गाजा में इजराइल का ग्राउंड ऑपरेशन शुरू,नहीं बचेगा कोई आतंकी
हमास के हमले का एयरस्ट्राइक से मुंह तोड़ जवाब दे रहे इजराइल ने अब गाजा पर जमीनी हमला शुरू कर दिया है, इजराइल की सेना गाजा में घुस चुकी है. हमास के आतंकियों को ढूंढकर मारा जा रहा है. इसके अलावा इजराइल की सेना बंधकों को छुड़ाने की भी कोशिश में जुटी है. गाजा पर ताबड़तोड़ हमले के बावजूद अब तक इजराइल हमास पर हावी नहीं हो पाया है, गाजा से लगातार रॉकेट दागे जा रहे हैं, ऐसे में इजरायल ने अब जमीनी हमला शुरू कर दिया है. इजरायल की कैबिनेट ने पहले ही इसे मंजूरी दे दी थी. इसके बाद इन्फेंट्री और मर्कवा टैंकों का सीमा पर डिप्लॉयमेंट शुरू कर दिया गया था. बुधवार को इजराइली सेना ने ग्राउंड ऑपरेशन शुरू किया और गाजा को लेकर एक चेतावनी भी जारी की और आम लोगों को गाजा से दूर रहने का निर्देश दिया, ताकि जमीनी ऑपरेशन को बेहतर तरीके से अंजाम तक पहुंचाया जा सके.
सुरंगों में बंधकों के साथ छिपे हैं हमास के लड़ाके
गाजा पट्टी में हमास के लड़ाके सुरंगों में छिपे हैं, इसीलिए इजराइल इन्हें सीधा निशाना नहीं बना पा रहा है, इनके साथ बंधकों के होने की भी संभावना है, खुद हमास की ओर से भी इस बात की पुष्टि की गई है कि उसके पास इजरायल के 163 बंधक हैं, इनमें ज्यादातर संख्या महिलाओं और बच्चों की हैं. हमास के हत्यारे इन बंधकों का ह्यूमन शील्ड के तौर पर प्रयोग कर रहे हैं, उन्हें ये पता है कि कुछ भी हो जाए इजराइल अपने नागरिकोंपर हमला नहीं करेगा. माना जा रहा है कि इसीलिए इजराइल ने ग्राउंड ऑपरेशन प्लान किया, ताकि जल्द से जल्द हमास के आतंकियों को खत्म कर बंधकों को बचाया जा सके.
गाजा पट्टी पर जमीनी हमले के लिए इजराइल पिछले दो दिन से तैयारी कर रहा था. इजराइल कैबिनेट ने भी इसकी मंजूरी दे दी थी, इसके बाद से ही धीरे-धीरे बॉर्डर की तरफ डिप्लॉयमेंट बढ़ाया जा रहा था. मंगलवार को ही यहां इन्फेंट्री के तकरीबन 1 लाख जवान पहुंच गए थे, इसके अलावा हजारों मर्कवा टैंक भी तैनात कर दिए गए थे. इसके बाद से ही माना जाने लगा था कि इजराइल जल्द ही गाजा पर जमीनी हमला कर सकता है.
इजराइली सेना की ओर से जो चेतावनी जारी की गई है, उसमें कहा गया है कि गाजा में कोई भी प्रवेश न करें, ऐसा करने पर सुरक्षा को तो खतरा है ही, ये एक अपराध भी है. इस चेतावनी में पुष्टि की गई है कि IDF क्षेत्र में युद्धक गतिविधियां चला रहा है, इससे लोगों की जान जा सकती है, इसके अलावा आईडीएफ के ऑपरेशन को भी नुकसान पहुंच सकता है.