29 April Smriti Irani filed nomination in Amethi: अमेठी में स्मृति ईरानी ने भरा नामांकन, बीएसपी ने खेला अपना दांव

 

Smriti Irani filed nomination in Amethi: अमेठी में स्मृति ईरानी ने भरा नामांकन, बीएसपी ने खेला अपना दांवSmriti Irani filed nomination in Amethi: भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी को एक बार फिर अमेठी सीट से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है. इस दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे. मोहन यादव ने कहा कि आज अमेठी में नया इतिहास बना है. जिस तरह से जनसैलाब आया है और मैं इसका साक्षी बना हूं. हमारी बहन जबरदस्त प्रत्याशी हैं. अब देखना है कि कांग्रेस किसे जबरदस्ती प्रत्याशी बनाकर लाती है.

 

इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए स्‍मृति ईरानी ने कहा, “सेवा के नए संकल्प के साथ…प्रधानमंत्री मोदी से प्रेरित, भाजपा की प्रत्याशी के नाते अमेठी की सेवा में आज मैंने अपना नामांकन भरा है…यह वो क्षेत्र है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने जयघोष किया था कि हम क्षेत्र में बदलाव की दृष्टि से अपना प्रत्याशी दे रहे हैं…मैं प्रधानमंत्री मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने पुन: मुझे अमेठी लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया….”

Smriti Irani filed nomination in Amethi: 2019 में हार गए थे राहुल गांधी

उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के बीच सबसे ज्यादा चर्चा का विषय अमेठी सीट बनी हुई है. अमेठी में पांचवें चरण के लिए 20 मई को मतदान होगा. 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने इस सीट पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को करीब 55000 वोटों के बड़े अंतर से हरा दिया था.  यह सीट कांग्रेस और गांधी परिवार का गढ़ रही है.

स्मृति ईरानी और राहुल गांधी के बीच 2019 के चुनाव में सीधी टक्कर हुई थी. तब राहुल गांधी को करीब 4.13 लाख वोट मिले, जबकि स्मृति ईरानी के वोटों में पिछले बार के मुकाबले ज्यादा बढ़ोतरी हुई थी. स्मृति ईरानी को इस बार करीब 4.68 लाख वोट मिले और उन्होंने लगभग 55 हजार वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी.

Smriti Irani filed nomination in Amethi: स्‍मृति ईरानी अमेठी में लगातार सक्रिय रही

साल 2014 में हार के बाद स्मृति ईरानी लगातार क्षेत्र में एक्टिव रहीं और पार्टी के बड़े नेताओं ने भी उनका पूरा साथ दिया था. साल 2014 हार के बाद स्मृति ईरानी और बीजेपी को अमेठी में एक्टिव रहने का पूरा फायदा मिला था.

हालांकि राहुल गांधी की हार के बाद ऐसा नजर नहीं आया है. राहुल गांधी बीते पांच सालों के दौरान भारत जोड़ो न्याय यात्रा को छोड़ दिया जाए तो शायद ही कभी अमेठी गए. कांग्रेस नेता यह दावा करते रहे हैं कि साल 2020 से 2022 के दौरान कोविड काल में राहुल गांधी ने अमेठी की जनता के लिए कई मौकों पर मदद पहुंचाई. दावा किया जाता है कि मास्क, सैनेटाइजेशन, राशन और आर्थिक मदद के लिए राहुल आगे आए.

Smriti Irani filed nomination in Amethi: मायावती ने उतारा अपना उम्‍मीदवार

अमेठी में इस बार स्मृति के सामने कांग्रेस के टिकट पर राहुल गांधी मैदान में होंगे या कोई नया चेहरा? इसे लेकर अभी कयास ही लगाए जा रहे हैं कि अब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है.

मायावती की अगुवाई वाली बसपा ने अमेठी से रविप्रकाश मौर्य को उम्मीदवार घोषित कर दिया है. रविप्रकाश 2022 के यूपी चुनाव में अयोध्या सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे थे. रविप्रकाश को तब करारी हार मिली थी.

Smriti Irani filed nomination in Amethi: मौर्य पर दांव लगाकर किसका खेल बिगाड़ेगी बसपा

पिछले कुछ चुनावों में ओबीसी वर्ग से बीजेपी को अधिक समर्थन मिलता रहा है. सीएसडीएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को करीब 70 फीसदी ओबीसी वोट मिले थे. कुर्मी और कोरी वर्ग के 80 फीसदी वोटर्स ने बीजेपी को वोट दिया था. ऐसे में बसपा का इसी ओबीसी, कोइरी वर्ग से उम्मीदवार उतारना स्मृति ईरानी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है.

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रवि कोइरी समाज से आते हैं और अमेठी में कोइरी समाज के मतदाताओं की तादाद करीब डेढ़ लाख है. अमेठी लोकसभा सीट के जातिगत समीकरणों की बात करें तो इस लोकसभा क्षेत्र में कुल करीब 17 लाख मतदाता हैं जिनमें सबसे अधिक 34 फीसदी ओबीसी वर्ग की भागीदारी है . मुस्लिम 20, दलित 26, ब्राह्मण 8 और ठाकुर करीब 12 फीसदी हैं.

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