29 April: Deepfake videos: पीएम मोदी,अमित शाह से लेकर सेलिब्रिटी तक, हैं डीपफेक वीडियो से परेशान,आखिर क्‍या है डीपफेक

अब तक पीएम मोदी के कई डीपफेक वीडियो सामने आ चुके हैं

29 April: Deepfake videos: पीएम मोदी,अमित शाह से लेकर सेलिब्रिटी तक, हैं डीपफेक वीडियो से परेशान,आखिर क्‍या है डीपफेक Deepfake videos: लोकसभा चुनाव 2024 में मंगलसूत्र से लेकर जाति, धर्म, आरक्षण और अब डीपफेक वीडियो ने राजनैतिक गलियारों में सरगर्मियां बढ़ा दी हैं. पीएम मोदी डीपफेक को बड़ा खतरा बता चुके हैं.

इसी बीच गृह मंत्री अमित शाह का एक वीडियो वायरल हो रहा है. भाजपा की ओर से इस वीडियो को फेक बताते हुए तेलंगाना कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा गया. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में तेलंगाना सीएम को समन भेजा है.

ऐसे में हर किसी को इस टेक्‍नोलॉजी के बारे में सही जानकारी होना बहुत जरूरी है. जिससे आप डीपफेक वीडियो की पहचान कर सके.

Deepfake videos: पीएम मोदी ने इसको लेकर दी है चेतावनी

पीएम मोदी ने हाल ही में कर्नाटक के बागलकोट में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि मेरी आवाज में कई भद्दी-भद्दी वीडियो सोशल मीडिया पर मिल जाएंगी. इन सभी वीडियो को डीपफेक के जरिए बनाकर वायरल किया जा रहा है.

पीएम मोदी डीपफेक को एक बड़ा खतरा बता चुके हैं यही वजह है कि डीपफेक मुद्दे पर सरकार जीरो टॉलरेंस नीति को अपनाती है. ऐसे में पीएम मोदी इस बात को साफ कर चुके हैं कि अगर कोई भी ऐसा करता है तो उस व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.

Deepfake videos: क्या होता है डीपफेक?

डीपफेक आडियो और वीडियो दोनों रूप में हो सकता है. इसे एक स्पेशल मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करके बनाया जाता है जिसे डीप लर्निंग कहा जाता है. डीप लर्निंग में कंप्यूटर को दो वीडियोज या फोटो दिए जाते हैं जिन्हें देखकर वह खुद ही दोनों वीडियो या फोटो को एक ही जैसा बनाता है.  इस तरह के फोटो वीडियोज में हिडेन लेयर्स होते हैं जिन्हें सिर्फ एडिटिंग सॉफ्टवेयर से ही देखा जाता है.

एक लाइन में कहें तो डीपफेक, रियल इमेज-वीडियोज को बेहतर रियल फेक फोटो-वीडियोज में बदलने की एक प्रक्रिया है. डीपफेक फोटो-वीडियोज फेक होते हुए भी रियल नजर आते हैं.

बहुत ही आसान भाषा में कहें तो डीपफेक एक एडिटेड वीडियो होता है जिसमें किसी अन्य के चेहरे को किसी अन्य के चेहरे से बदल दिया जाता है. डीपफेक वीडियोज इतने सटीक होते हैं कि आप इन्हें आसानी से पहचान नहीं सकते. डीपफेक वीडियो बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग की भी मदद ली जाती है.http://कैसे पहचानें डीपफेक वीडियोज को ?

Deepfake videos: कैसे बनते हैं डीपफेक?

डीपफेक वीडियोज को बनाने के लिए दो नेटवर्क की मदद ली जाती है जिनमें एक इनकोडर होता है और दूसरा डीकोडर नेटवर्क होता है. इनकोडर नेटवर्क सोर्स कंटेंट (असली वीडियो) को एनालाइज करता है और फिर डाटा को डीकोडर नेटवर्क को भेजता है. उसके बाद फाइनल आउटपुट निकलता है जो कि हूबहू असली जैसा है लेकिन वास्तव में वह फेक होता है. इसके लिए सिर्फ एक आडियो या वीडियो की जरूरत होती है.
डीपफेक के लिए कई वेबसाइट्स और एप हैं जहां लोग डीपफेक वीडियोज बना रहे हैं.

Deepfake videos: कैसे पहचानें डीपफेक वीडियोज को ?

इस तरह के फोटो-वीडियोज को बनाने के लिए एक्‍सपर्ट का सहारा लिया जाता है. इसे पहचानना इतना आसान तो नहीं पर मुष्किल भी नहीं होता है.
इन्हें पहचानने के लिए आपको वीडियो को बहुत ही बारीकी से देखना होगा. खासतौर पर चेहरे के एक्सप्रेशन, आंखों की मूवमेंट और बॉडी स्टाइल पर ध्यान देना होगा. इसके अलावा बॉडी कलर से भी आप इन्हें पहचान सकते हैं. आमतौर पर ऐसे वीडियोज में चेहरे और बॉडी का कलर मैच नहीं करता है.

इसके अलावा लिप सिंकिंग से भी इस तरह के वीडियोज की पहचान की जा सकती है. ऐसे वीडियोज को आप लोकेशन और एक्स्ट्रा ब्राइटनेस से भी पहचान सकते हैं.

Deepfake videos: सरकार ने रोक-थाम के लिए बनाए हैं कानून

सरकार ने डीपफेक वीडियो से निपटने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं. अगर कोई भी व्यक्ति डीपफेक वीडियो बनाकर उसे फैलाने का काम करता है तो ऐसे व्यक्ति पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और ऐसे व्यक्ति को तीन साल तक जेल की हवा खानी पड़ सकती है और एक लाख रुपये का जुर्माना भी भरना पड़ सकता है.

Deepfake videos: कहां होता है इस्‍तेमाल

अक्‍सर डीपफेक वीडियो उनका बनाया जाता है, जिनका पब्लिक अपीयेंरस ज्‍यादा होता है. जिनकी बातों का लोगों पर गहरा प्रभाव पड़ता है.

फर्जी न्यूज फैलाना

डीपफेक का इस्तेमाल गलत न्यूज या फिर किसी व्यक्ति या ऑर्गेनाइजेशन की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा सकता है. उदाहरण के लिए, किसी नेता का फेक वीडियो तैयार कर कुछ ऐसा दिखाया जा सकता है जो उन्होंने असल में किया ही नहीं.

धोखाधड़ी करना

किसी के साथ धोखाधड़ी करने के लिए भी डीपफेक का इस्तेमाल किया जा सकता है. उदाहण के लिए किसी व्यक्ति का एक वीडियो बनाया जा सकता है जिसमें उन्हें कुछ ऐसा करते हुए दिखाया जा सकता है जो उन्होंने कभी किया ही नहीं.

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Deepfake videos: सरकार की सोशल मीडिया को लेकर सख्‍ती

डीपफेक मामले में सरकार काफी सख्त एक्शन उठाने के मूड में है. कुछ समय पहले सरकार और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के बीच एक रिव्यू मीटिंग भी हुई थी. इस मीटिंग में सरकार ने इस बात को साफ कर दिया था कि यूजर्स को अगर डीपफेक से नुकसान होता है तो इस मसले में सरकार जीरो टॉलरेंस नीति अपनाएगी.

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