वाराणसी में पीएम मोदी का भव्य स्वागत, कहा-पूरी दुनिया में काशी की वाहवाही हो रही है

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले 36 घंटे तक 4 राज्यों में 5 शहरों के धुआंधार दौरे पर रहने वाले हैं। इस दौरान PM मोदी 50 हजार से ज्यादा के प्रॉजेक्ट्स के लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। मोदी अपने दौरे की शुरुआत छत्तीसगढ़ से की और यहां से वह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर पहुंचे हैं जहां उन्होंने गीता प्रेस के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने दो वंदे भारत ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री इसके बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी कई प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण कर रहे हैं। पीएम मोदी ने वाराणसी में आयुष्‍मान भारत योजना के 1.6 करोड़ लाभार्थियों को पीवीसी कार्ड वितरण की शुरुआत की और पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को कर्ज वितरण की शुरुआत की.

अब जे भी बनारस आई, त खुश हो के ही जाई- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया में आपकी और काशी की वाहवाही हो रही है. मुझे पता है कि काशी के लोग सब संभाल लेंगे. आप लोगों ने काशी विश्वनाथ धाम और पूरे परिसर को भी इतना भव्य बना दिया है कि जो यहां आ रहा है, वो गदगद होकर जा रहा है. यह बाबा की कृपा है. पीएम मोदी ने कहा कि अब जे भी बनारस आई, त खुश हो के ही जाई. आज काशी सहित उत्तर प्रदेश को लगभग 12 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उपहार मिला है. हमने जो काशी की आत्मा को बनाए रखते हुए नूतन काया का संकल्प लिया है, यह उसका विस्तार है. इनमें रेल, रोड, पानी, शिक्षा, टूरिज्म से जुड़े प्रोजेक्ट्स हैं, घाटों से जुड़े प्रोजेक्ट्स हैं, इन विकास कार्यों के लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई.

मणिकर्णिका घाट के मॉडल का किया अवलोकन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में मणिकर्णिका घाट और अन्य घाट के मॉडल का अवलोकन किया. पीएम मोदी के काशी दौरे को लेकर सीएम योगी ने कहा कि भारत को दुनिया में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नई पहचान व सम्मान मिल रहा है, विकास और विरासत की परम्परा की शुरूआत 2014 में प्रधानमंत्री ने काशी से किया. आज उसकी नई कड़ी को जोड़ने के लिए पीएम आज स्वयं काशी में आए हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों से लोगों की शिकायत थी कि वे योजनाएं AC कमरों में बैठकर बनाती थी, ज़मीन पर उन योजनाओं का क्या असर हो रहा है तब की सरकारों को पता नहीं चलता था. बीजेपी ने लाभार्थियों से बात, संवाद किया, एक नई परंपरा शुरू की. इसका मतलब बेनिफिट भी डायरेक्ट और फीडबैक भी डायरेक्ट. पहले लोगों के मन में यह धारणा थी की बैंकों में केवल अमीर लोग ही खाता खुलवाते हैं, लेकिन बीते 9 वर्षों में हमारी सरकार ने यह धारणा बदली है. पहले बैंक तक पहुंच भी सिर्फ अमीर लोगों तक ही होती थी. गरीबों के लिए तो ये माना जाता था कि पैसा ही नहीं है तो बैंक खाते का क्या करेंगे. बीते 9 वर्षों में इस सोच को भी बीजेपी सरकार ने बदल दिया है.

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