बिहार विधानसभा चुनाव: 11 बजे तक 19.74% मतदान, तीसरे चरण में 78 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के तहत 78 विधानसभा क्षेत्रों में आज मतदान हो रहा है, जहां सभी निगाहें राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)और विपक्षी महागबंधन के बीच कांटे के मुकाबले पर टिकी है। राज्य की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिये तीसरे और अंतिम चरण में जिन 78 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है वे 15 जिलों में स्थित हैं। मतदान में करीब 2.34 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस चरण में विधानसभा के स्पीकर और राज्य मंत्रिमंडल के 12 सदस्यों समेत 1204 उम्मीदवार मैदान में हैं।

सुबह 11 बजे तक कुल वोटिंग 19.74 प्रतिशत

पश्चिम चंपारण-19.14%, पूर्वी चंपारणृ 20.16%, सीतामढ़ी- 19.71%, मधुबनी- 20.20%, सुपौल- 21.06%, अररिया- 24.87%, किशनगंज- 19.63% पूर्णिया- 20.51%, कटिहार- 17.77%, मधेपुरा- 18.77%, सहरसा- 20.81%, दरभंगा- 13.23%, मुजफ्फरपुर- 19.82%, वैशाली- 20.58%, समस्तीपुर- 17.51%

विधानसभा के अलावा शनिवार को वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिये भी वोटिंग हो रही है। इस सीट पर जदयू सांसद वैद्यनाथ महतों के निधन के कारण उपचुनाव कराया जा रहा है। इस संसदीय सीट पर अपना कब्जा बनाये रखने के प्रयास के तहत जदयू ने दिवंगत वैद्यनाथ महतों के पुत्र सुनील कुमार को टिकट दिया है। सुनील कुमार का मुख्य मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार तथा पत्रकारिता से राजनीति में आए प्रवेश कुमार मिश्रा से है ।

वाल्मीकिनगर की तरह ही जिन 78 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहे हैं, उनमें से काफी सीटें उत्तर बिहार में और राज्य में गंगा नदी के उत्तर में स्थित हैं। इनमें से कई सीटें कोसी-सीमांचल क्षेत्र में स्थित है जहां राजग और महागठबंधन की लड़ाई में एआईएमआईएम नेता ओवैसी का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है। हैदराबाद के सांसद ओवैसी की पार्टी ने मुस्लिमों की अच्छी खासी आबादी वाले इस इलाकों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं और सघन चुनाव प्रचार किया है।

कोसी सीमांचल क्षेत्र पूर्व सांसद पप्पू यादव के प्रभाव का इलाका भी माना जाता है जहां यादव समुदाय की अच्छी खासी संख्या है। पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिये पूरा जोर लगा रही है और राष्ट्रीय जनता दल के समक्ष यह साबित करने का प्रयास कर रही है कि उसे यादवों का समर्थन प्राप्त है। पूर्व के दो चरणों की तरह तीसरे और अंतिम चरण में भी चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा)कई सीटों पर चुनावी मैदान मे हैं।

लोजपा इस चुनाव में राजग से अलग होकर चुनाव लड़ रही है और वह राजग खासतौर पर जदयू का खेल खराब करने की भूमिका में दिख रही है। चिराग पासवान अपनी सभाओं में बार-बार कह रहे हैं कि नीतीश कुमार को दिया गया एक-एक वोट बिहार के भविष्य को नुकसान पहुंचायेगा। कुछ महीने पहले तक सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लिये आसान दिख रहे चुनाव को ‘चुनावी पंडितों’ ने अब अब ‘कांटे की टक्कर ‘ बताना शुरू कर दिया है। इसे लेकर वे सत्तारूढ़ गठबंधन के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की मतदाताओं से भावनात्मक अपील को रेखांकित कर रहे हैं।

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