ग़ुलाम नबी आज़ाद ने की अपनी पार्टी के नाम की घोषणा, झंडा भी जारी किया

पूर्व वरिष्ठ कांग्रेस नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने आज जम्मू में अपनी नई राजनीतिक पार्टी का एलान कर दिया है.

उनकी पार्टी नाम होगा – डेमोक्रेटिक आज़ाद पार्टी

नाम की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा, “आज़ाद का अर्थ मेरे नाम से नहीं. इसका अर्थ है कि हमारी अपनी सोच होगी और किसी से प्रभावित नहीं होगी. और ये पार्टी आज़ाद रहेगी. पार्टी आउटोक्रेटिक नहीं रहेगी. पार्टी डेमोक्रेटिक रहेगी.”

उन्होंने प्रेसवार्ता में पार्टी का झंडा भी पेश किया. इस झंडे में नीला, सफेद और पीला रंग है. उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे महात्मा गांधी के संदेश पर चलें.

क़रीब दो साल से कांग्रेस से नाराज़गी ज़ाहिर कर रहे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने आख़िरकार बेहद तल्ख़ भाषा का इस्तेमाल करते हुए पार्टी के सभी पदों और सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया.कश्मीर में इंडियन यूथ कांग्रेस से राजनीति शुरू करने वाले ग़ुलाम नबी आज़ाद 50 वर्ष से अधिक तक कांग्रेस में रहे. इस दौरान वो चार प्रधानमंत्रियों (इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह) की सरकारों में केंद्रीय मंत्री रहे और कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रहे.

मूल रूप से कश्मीर के डोडा ज़िले से आने वाले ग़ुलाम नबी आज़ाद ने हाल ही में कहा था कि वे जल्द ही पार्टी के नाम का एलान करेंगे

उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में सिर्फ़ चार बार चुनाव जीते. 1980 में इंदिरा गांधी के नेतृत्व में जब देशभर में कांग्रेस की लहर थी तब उन्होंने महाराष्ट्र के वाशिम से लोकसभा चुनाव जीता. इसके बाद 1984 में वो आठवीं लोकसभा के लिए महाराष्ट्र से ही चुने गए.

आज़ाद ने और क्या-क्या कहा

  • मेरी पार्टी में आने वाले लोग ऐसे होंगे जो दूसरों के लिए प्रेरणा बन सकें. राजनीति में सेवा के भाव से आने वालों लोग होंगे, पैसे बनाने के लिए आने वाले नहीं.
  • हमने गांधी जी को सामने से नहीं देखा, उनकी तस्वीरें ही देखी हैं. लेकिन उनका काम हमें प्रेरित करता है. मैं अपने साथियों से कहूंगा कि वो इसी तरह से अपने आप को ढालें कि लोग उनसे प्रेरणा ले सकें.
  • हमारी पार्टी में हमारी कोशिश रहेगी कि कम से कम 50 फीसदी टिकटें नौजवानों और महिलाओं को दी जाएं. उम्र की कोई सीमा नहीं रखी जाएगी.
  • हमारी पहली प्राथमिकता है पार्टी को रजिस्टर करना लेकिन साथ-साथ हम अपनी गतिविधियां जारी रखेंगे क्योंकि चुनाव कभी भी हो सकते हैं.

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