केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह ने अपने पद से दिया इस्तीफा

नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और आरसीपी सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मुख्तार अब्बास नकवी पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में अल्पसंख्यक मंत्रालय का कार्यभार संभाल रहे थे जबकि आरसीपी सिंह स्टील मंत्री थे. नकवी पिछली सरकार में भी केंद्रीय मंत्री थे. दोनों का राज्यसभा का कार्यकाल इसी महीने खत्म हो रहा है. नकवी को बीजेपी ने राज्यसभा का टिकट नहीं दिया था जिसके बाद यह तय हो गया था कि उन्हें मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना होगा. दूसरी ओर केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल आरसीपी सिंह के राज्यसभा का टिकट भी जनता दल यू ने दिया था. आज मंत्री के रूप में दोनों ने कैबिनेट बैठक में हिस्सा लिया.

पीएम मोदी ने की तारीफ

इस्तीफा देने से पहले मुख्तार अब्बास नकवी ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट की बैठक में देश और लोगों की सेवा में नकवी के योगदान की सराहना की है. मुख्तार अब्बास नकवी केंद्र सरकार में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री थे और राज्यसभा में भाजपा के उपनेता भी थे. राज्यसभा में उनका कार्यकाल 7 जुलाई को समाप्त हो रहा है. पार्टी उन्हें अब कोई नई भूमिका सौंप सकती है. हालांकि उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में भी मुख्तार अब्बास नकवी के नाम की चर्चा है.

बीजेपी के सेंटर स्टेज पर हमेशा रहे हैं नकवी

मुख्तार अब्बास नकवी बीजेपी में हमेशा से सेंटर स्टेज पर रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता के रूप में उन्होंने लंबे समय तक काम किया है. इसके साथ ही अटल बिहारी बाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी के भी करीबी रह चुके हैं. नकवी पहली बार 1998 में लोकसभा चुनाव जीते थे और बाजपेयी मंत्रिमंडल में सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री बनाए गए थे. उसके बाद वे 26 मई 2014 को मोदी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री बने थे. उस समय नजमा हेपतुल्ला इसी मंत्रालय में केंद्रीय मंत्री थीं. लेकिन 12 जुलाई 2016 को नजमा हेपतुल्ला के राज्यपाल बन जाने के बाद नकवी को इस मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दे दिया गया. दूसरी बार नकवी 30 मई 2019 को कैबिनेट में केंद्रीय मंत्री के तौर पर शामिल हुए. 2010 से 2016 के बीच वे झारखंड से राज्यसभा सांसद रहे.

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