किसान यूनियन का बड़ा ऐलान- हम बुराड़ी कभी नहीं जाएंगे, वो खुली जेल है

नई दिल्ली. नए कृषि कानूनों (Farm Laws 2020) को वापस लेने तथा अपनी फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी की मांग को लेकर आंदोलन (Farmers Protest) कर रहे किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. किसान संघों ने रविवार दोपहर की मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्‍ताव को खारिज कर दिया है. इसके बाद मीटिंग के फैलने की जानकारी देने के लिए किसान संघ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि हम सरकार की ओर से बुराड़ी में प्रदर्शन करने का प्रस्तव नामंजूर करते हैं. किसान संगठन बिना शर्त सरकार से बातचीत चाहता है. उन्‍होंने कहा कि बुराड़ी ओपन जेल की तरह है और वह आंदोलन की जगह नहीं है. किसानों ने कहा कि हमारे पास पर्याप्‍त राशन, हम 4 महीने तक हम रोड पर बैठ सकते हैं.

भारतीय किसान यूनियन के अध्‍यक्ष सुरजीत सिंह फूल ने कहा, ‘हमने तय किया है कि हम किसी भी राजनीतिक दल के नेता को अपने मंच पर बोलने की अनुमति नहीं देंगे, चाहे वह कांग्रेस, भाजपा, आप या अन्य दल से हों. हमारी समिति उन संगठनों को बोलने की अनुमति देगी जो हमारा समर्थन करते हैं. उन्‍हें हमारे नियम का पालन करना होगा.’ उन्‍होंने कहा कि कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा अनजाने में उनके साथ दुर्व्यवहार के लिए मीडिया से माफी मांगते हैं. भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचने के लिए, हमने तय किया है कि हर बैठक के बाद हमारे द्वारा मीडिया के लिए एक आधिकारिक प्रेस नोट जारी किया जाएगा.

उन्‍होंने कहा कि बुराड़ी में खुली जेल जाने के बजाय, हमनें तय किया है कि हम दिल्‍ली के 5 मेन इंट्री प्‍वाइंट को अवरुद्ध करके दिल्ली का घेराव करेंगे. हमारे साथ 4 महीने का राशन है, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है. हमारी संचालन समिति आने की रणनीति तय करेंगी.

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