रूसी आर्मी की मूवमेंट की जानकारी अमेरिका यूक्रेन से शेयर कर रहा है-अमेरिका

 रूस और यूक्रेन के बीच दो महीने से ज्यादा लंबे वक्त से जंग जारी है। इस जंग की शुरुआत से ही अमेरिका यूक्रेन की मदद कर रहा है। यूक्रेन पर रूस के हमलों के बाद अमेरिका ने यूक्रेन की मदद के लिए हथियार भेजे। इतना ही नहीं अमेरिका ने रूस पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध भी लगाए। इसके अलावा अमेरिका यूक्रेन को खुफिया तौर पर भी मदद कर रहा था। अमेरिका यूक्रेन को कई खुफिया जानकारी शेयर कर रहा था। इस रियल टाइम खुफिया जानकारी से यूक्रेन की सेना को काफी मदद मिल रही थी।

रूसी आर्मी के मूवमेंट की जानकारी शेयर कर रहा अमेरिका

अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह दावा किया कि रूसी आर्मी की मूवमेंट की जानकारी अमेरिका यूक्रेन से शेयर कर रहा है। यह जानकारी यूक्रेन के लिए बेहद मददगार साबित हुई और उसने युद्ध में रूसी सेना के कई बड़े जनरलों को मार गिराया। यूक्रेन ने दावा किया कि उसने रूसी सेना के 9 बड़े जनरलों को मार गिराया है। अमेरिका ने डोनबास क्षेत्र में भी रूस के बैटल प्लान की जानकारी यूक्रेन को दी।

अमेरिका से खुफिया सूचना मिलते ही हमला करते हैं यूक्रेनी सैनिक

अमेरिका का पूरा ध्यान इस वक्त यूक्रेन को रूसी सेना के मोबाइल हेडक्वार्टर की लोकेशन और अन्य जानकारी देने पर है। यूक्रेन के सैनिकों को जैसे ही अमेरिका से यह जानकारी मिलती है वे अपने टारगेट पर हमला कर देते हैं।

रूस के कब्जे वाले इलाकों में दवाओं की भारी कमी: जेलेंस्कीयूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि देश के उन हिस्सों में दवाओं और मेडिकल सुवाधाओं की भारी कमी हो गई है जो इलाके रूस के नियंत्रण में हैं।  बृहस्पतिवार रात राष्ट्र के नाम दिए अपने वीडियो संबोधन उन्होंने इन बातों का जिक्र किया। जेलेंस्की ने कहा कि उन इलाकों में कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए इलाज की सुविधा लगभग पूरी तरह से नदारद है। उन्होने कहा कि डायबिटीज के मरीजों के लिए ‘इंसुलिन’ या तो उपलब्ध नहीं है या फिर उसे हासिल करना बेहद मुश्किल है। उन्होंने ‘एंटीबायोटिक्स’ की आपूर्ति में भी भारी कमी का दावा किया।

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