पीएम मोदी आज उत्तर प्रदेश के दौरे पर, 80 हजार करोड़ की परियोजनाओं की रखेंगे नींव, इंवेस्टर्स समिट में लेंगे हिस्सा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के दौरे पर जा रहे हैं। वे यहां यूपी इंवेस्टर्स समिट की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में हिस्सा लेंगे। यह सूचना प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने ट्ववीट के जरिए दी है। इस दौरान पीएम मोदी 80,000 करोड़ रुपये से अधिक की 1,406 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में कृषि और संबद्ध, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स, एमएसएमई, विनिर्माण, अक्षय ऊर्जा, फार्मा, पर्यटन, रक्षा एवं एयरोस्पेस, हथकरघा तथा कपड़ा आदि जैसे विविध क्षेत्र शामिल हैं। इस कार्यक्रम में देश और दुनिया के जाने-माने उद्योगपति भी शामिल होंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी सबसे पहले सवेरे लखनऊ के इंदि‍रा गांधी प्रतिष्‍ठान में उत्‍तर प्रदेश निवेशक शिखर सम्‍मेलन के परिवर्तनात्मक समारोह में शामिल होंगे। इस समारोह के दौरान श्री मोदी 80 हजार करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। उधर पीएम के दौरे को देखते हुए यूपी राजधानी लखनऊ को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है।यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बुधवार को लखनऊ में होने जा रही तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (GBC-3) की तैयारी की समीक्षा के लिए बैठक ली।

अडाणी, बिड़ला, हीरानंदानी जैसे नामी उद्योगपति भी लेंगे हिस्सा

एक सरकारी बयान के मुताबिक कार्यक्रम में देश के नामी उद्योगपति गौतम अडाणी, कुमार मंगलम बिड़ला, निरंजन हीरानंदानी और मैथ्यू आइरीज भी अपने विचारों को साझा करेंगे। बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर 2018 में हुए निवेशक सम्मेलन में चार लाख 68 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए थे, जिसकी पहली और दूसरी के बाद अब तीसरी जीबीसी होने जा रही है।

80 हजार करोड़ के निवेश की तैयारी

बयान के मुताबिक तीसरी जीबीसी में 80 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतर रहे हैं। यहां जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, इसमें एमएसएमई क्षेत्र में 805 परियोजनाएं लगाई जाएंगी, जिसके बाद 275 परियोजनाएं कृषि क्षेत्र और सहायक उद्योगों और 65 परियोजना फार्मा और चिकित्सा आपूर्ति की होंगी। इसके अलावा शिक्षा से जुड़ी 1,183 करोड़ रुपये मूल्य की छह परियोजना, डेयरी से जुड़ी 489 करोड़ रुपये की सात परियोजना, पशुपालन से जुड़ी 224 करोड़ रुपये की छह परियोजनाएं भी इसमें शामिल हैं।

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