NCERT की नई किताबों का सिलेबस तैयार करने की समिति में शंकर महादेवन और सुधा मूर्ति भी शामिल

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने कक्षा 3 से 12वीं तक के लिए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकों को अंतिम रूप देने के लिए एक नई समिति का गठन किया है. 19 सदस्यीय उच्चाधिकार प्राप्त समिति, जिसे राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और शिक्षण शिक्षण सामग्री समिति (एनएसटीसी) नाम दिया गया है. इसका नेतृत्व राष्ट्रीय शैक्षिक योजना और प्रशासन संस्थान (एनआईईपीए) के चांसलर महेश चंद्र पंत करेंगे.

समिति में इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष सुधा मूर्ति, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष (ईएसी-पीएम) बिबेक देबरॉय, ईएसी-पीएम संजीव सान्याल, आरएसएस विचारक चामू कृष्ण शास्त्री और संगीतकार शंकर महादेवन भी शामिल होंगे. वहीं जब भी आवश्यकता होगी, एनएसटीसी सलाह परामर्श और समर्थन के लिए अन्य विशेषज्ञों को आमंत्रित करने के लिए स्वतंत्र होगा.

एनएसटीसी को कक्षा 3 से 12वीं तक के लिए स्कूल पाठ्यक्रमों के साथ ही शिक्षण और सीखने की सामग्री विकसित करने का अधिकार दिया जाएगा. यह एनसीएफ में सुचारु परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए कक्षा 1 और 2 की मौजूदा पाठ्यपुस्तकों को उचित रूप से संशोधित करने पर भी काम करेगा. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एनएसटीसी द्वारा विकसित और अंतिम रूप दी गई पाठ्यपुस्तकें और अन्य शिक्षण सामग्री एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित और वितरित की जाएंगी.

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार स्कूल शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (एनसीएफ-एसई), जो स्कूलों में पाठ्यक्रम संशोधन के लिए सामान्य रूपरेखा निर्दिष्ट करती है, 28 जुलाई को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को भेजी गई थी.

एनएससीटी को इसके संचालन में सहायता करने के लिए, एनसीईआरटी ने एक राष्ट्रीय निरीक्षण समिति (एनओसी) की भी स्थापना की है, जिसकी अध्यक्षता पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के चांसलर जगबीर सिंह करेंगे.

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