टी स्टॉल पर पिता की मदद करने वाला बच्चा चौथी बार UNGA को कर रहा संबोधित: PM मोदी

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भारत के लोकतंत्र की ताकत का बखान किया और कहा कि हमारे देश की विविधता ही हमारे सशक्त लोकतंत्र की पहचान है. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने भारत को वाइब्रेंट डेमोक्रेसी का उदाहरण बताते हुए कहा कि यह एक ऐसा देश है जिसमें दर्जनों भाषाएं हैं, सैकड़ों बोलियां हैं, अलग-अलग रहन सहन, खान-पान हैं.

पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि एक छोटा बच्चा जो कभी एक रेलवे स्टेशन की टी स्टॉल पर अपने पिता की मदद करता था वो आज चौथी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर UNGA को संबोधित कर रहा है.’संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने कोविड-19 महामारी से जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, ‘गत डेढ़ वर्ष से पूरा विश्व, 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी का सामना कर रहा है. ऐसी भयंकर महामारी में जीवन गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं और परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं.’अपने संबोधन में पीएम मोदी ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘प्रतिगामी सोच के साथ, जो देश आतंकवाद का राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें ये समझना होगा कि आतंकवाद, उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है.’पीएम मोदी ने अफगानिस्तान के ताजा हालात पर कहा कि ये सुनिश्चित किया जाना बहुत ज़रूरी है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने और आतंकी हमलों के लिए न हो. उन्होंने कहा, ‘हमें इस बात के लिए भी सतर्क रहना होगा वहां कि नाजुक स्थितियों का इस्तेमाल कोई देश अपने स्वार्थ के लिए एक टूल की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश न करे.’

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