बंगाल की रैली में PM मोदी ने संदेशखाली की घटना को बताया शर्मनाक, TMC पर किया कड़ा प्रहार
West Bengal: पश्चिम बंगाल के बारासात में पीएम मोदी ने ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा और संदेशखाली का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि टीएमसी अपने अत्याचारी नेता को बचाने की कोशिश कर रही है। बता दें कि 6 दिन के अंदर बंगाल में पीएम मोदी की ये तीसरी रैली है। इस रैली में संदेशखाली की महिलाएं भी शामिल हुईं।
बारासात में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “ये विशाल कार्यक्रम इस बात का साक्षी है कि बीजेपी कैसे नारी शक्ति को विकसित भारत की शक्ति बना रहा है।”
अपने परिवार को लेकर पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “केंद्र में एनडीए की सरकार की वापसी देख अब इंडी गठबंधन के सारे नेता बौखला गए है इसलिए अब वे मोदी को गालियां देना शुरू कर दिया है। वे आजकल मेरे परिवार के बारे में पूछ रहे हैं। वे कह रहे हैं कि मेरा खुद का परिवार नहीं है इसलिए मैं ‘परिवारवाद’ के खिलाफ बात कर रहा हूं। ये लोग मेरे परिवार के बारे में जानना चाहते हैं। मैं चाहता हूं कि ये ‘परिवारवादी’ हमारी सभा के साक्षी बनें और समझें कि यहां मौजूद सभी लोग मेरा परिवार है…”
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष मेरे परिवार पर सवाल उठा रहा है। विपक्ष कह रहा है कि मेरा कोई परिवार नहीं है। लेकिन पूरा देश कह रहा है कि वो मोदी का परिवार है। पूरे देश की माताएं और बहनें मेरा परिवार हैं। कई सालों तक मैं झोला लेकर देश में घूमा हूं। जेब में एक पैसा ना होने पर भी मैं कभी भूखा नहीं रहा। 140 करोड़ देशवासी मेरा परिवार हैं।
पीएम ने कहा कि उस समय गरीब से गरीब लोगों ने भी मुझे खाना खिलाया, आज मैं उन सबका कर्ज चुका रहा हूं। ये बांग्ला भूमि नारी शक्ति का केंद्र रही है। इस धरती ने मां शारदा, रानी रागमणि, भगिनी निवेदिता, सरला देवी, कल्पना दत्ता, प्रतिलता जैसी अनगिनत शक्ति स्वरूपा देश को दी हैं।
संदेशखाली को लेकर TMC पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ” इसी धरती पर TMC के राज में नारीशक्ति पर अत्याचार का घोर पाप हुआ है। संदेशखाली जो कुछ भी हुआ, उससे किसी का भी सिर शर्म से झुक जाएगा। लेकिन यहां की TMC सरकार को, आपके दुख से कोई फर्क नहीं पड़ता।TMC सरकार बंगाल की महिलाओं के गुनाहगारों को बचाने के लिए पूरी शक्ति लगा रही है। लेकिन पहले हाइकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट से भी राज्य सरकार को झटका लगा है। गरीब, दलित, आदिवासी परिवारों की बहन-बेटियों के साथ TMC के नेता जगह-जगह अत्याचार कर रहे हैं। लेकिन TMC सरकार को अपने अत्याचारी नेता पर भरोसा है, बांग्ला बहन-बेटियों पर भरोसा नहीं है। इस व्यवहार से बंगाल की महिलाएं, देश की महिलाएं आक्रोश में हैं। नारीशक्ति के आक्रोश का ये ज्वार संदेशखाली तक ही सीमित नहीं रहने वाला।”