हाथरस पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट: रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर, गला दबाने के मोटे निशान

नई दिल्ली: हाथरस की बेटी के साथ हुई दरिंदगी से पूरा देश गुस्से में है। पीड़ित तो अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पहली बार ये पता चला है कि उस बेटी से कैसी हैवानियत की गई थी। हाथरस केस में पीड़ित की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर मिला है। पीड़ित की गर्दन पर 15 सेंटीमीटर लंबा और 7 सेंटीमीटर चौड़ा लिगेचर मार्क मिला है। इसके अलावा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने के मोटे निशान हैं।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित की गर्दन पर सामने से लिगेचर(गला दबाने) के निशान थे जबकि जबड़े पर बाईं से दाईं तरफ 15 CMलिगेचर मार्क, ठुड्डी के 8 CM नीचे 7 CM चौड़ा लिगेचर मार्क मिला है। वहीं पीड़िता के गर्दन की बाईं तरफ 5 CM चौड़ा लिगेचर मार्क, गर्दन की दाहिनी तरफ 6 CM चौड़ा लिगेचर मार्क था जबकि गर्दन के पीछे गला दबाने का कोई निशान नहीं था।

खून के बहाव के साथ गर्दन और रीढ़ को जोड़ने वाली हड्डी में फ्रैक्चर था। रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कुछ ऐसी बातें भी लिखी हैं। रिपोर्ट में मौत की वजह हमले की वजह से सर्वाइकल स्पाइन(गर्दन) में चोट को बताया है। लगातार गला घोंटने की वजह से पीड़ित की गर्दन पर जख्म के निशान भी साफ थे।

दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल ने हाथरस की निर्भया की मेडिकल रिपोर्ट में जो डेथ समरी बताई है उसके मुताबिक डॉक्टर्स ने गला दबाने के बाद रीढ़ की हड्डी में जख्म, सेप्सिस और कार्डियोपल्मोनरी अरेस्ट का इलाज किया। रिपोर्ट में वारदात के तौर पर हाथरस जिले में सुबह 9 बजे रेप और गला दबाने की घटना का जिक्र है। रिपोर्ट में ये भी लिखा हुआ है कि मरीज की बिगड़ती हालत के बारे में घरवालों को बताया गया। सही इलाज के बावजूद मरीज की हालत लगातार बिगड़ती गई, बचाने की पूरी कोशिश की गई, CPR भी दिया गया। जान बचाने की सभी कोशिशों के बावजूद मरीज की 29-सितंबर की सुबह 6.55 बजे मौत हो गई।

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