सेना अध्यक्ष ने दी नसीहत, कहा- युवाओं को गलत दिशा में ले जाने वाले नेता नहीं हो सकते
भारतीय सेना राजनीति मसलों से खुद को दूर रखती है। वह अपने कामों को प्राथमिकता देती है। लेकिन थल सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने देशभर में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों पर पड़ा बयान दिया है। जनरल रावत ने बिना लाग लपेट के कहा कि युवाओं और आम लोगों को जिस तरीके से हिंसा में धकेला जा रहा है वह कतई सही नहीं है और ना ही वह नेतृत्व सही है जो ऐसा कर रहा हैजनरल रावत ने साफ कहा कि नेता वह नहीं है जो लोगों को गलत दिशा की ओर ले जाए, जैसा हम आज बड़े पैमाने पर देख रहे है। उन्होंने कहा कि कॉलेज और यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राओं समेत आम लोगों को हिंसा फैलाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। हकीकत में यह सही नेतृत्व नहीं है।
जनरल बिपिन रावत ने कहा कि हम दिल्ली रहते हुए खुद को ठंड से बचाने के लिए संघर्ष करते हैं। वहीं हमारे सैनिक सियाचिन में सॉल्टोरो रिज और अन्य ऊंचाई वाले स्थानों पर पर लगातार खड़े रहते हैं जहां तापमान -10 से -45 डिग्री के बीच रहता है। मैं अपने उन सैनिकों के प्रति आभार प्रकट करना चाहता हूं।