‘संसद संवाद का सशक्त माध्यम, यहां आलोचना भी हो, विश्लेषण भी – पीएम मोदी

संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है। संसद के पहले दिन का सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। संबोधन की शुरुआत में उन्होंने मौसम का हवाला देते हुए कहा कि पता नहीं सदन में गर्मी कम होगी या नहीं। इसके बाद अपने संबोधन में उन्होंने संसद को तीर्थक्षेत्र बताया और कहा कि संसद में खुले मन से संवाद हो। पीएम मोदी ने कहा कि देश के विकास के लिए संकल्प जरूरी है। ये संकल्प लेने का कालखंड है। संकल्पों के प्रति समर्पित होकर देश को दिशा देना, सदन देश का नेतृत्व करे, सभी माननीय सदस्य राष्ट्र में नई उर्जा भरने के निमित्त बनें, इसके लिए य​ह सत्र महत्वपूर्ण है। यह सत्र इसलिए भी अहम है क्योंकि इस सत्र में राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति पद का चुनाव हो रहा है। आज मतदान भी हो रहा है। इसी कालखंड में देश को नए राष्ट्रपति व उपरष्ट्रपति का मार्गदर्शन प्रारंभ होगा।

पीएम मोदी ने कहा कि हम हमेशा सदन को संवाद का एक सक्षम माध्यम मानते हैं। जहां आलोचना भी हो, उत्तम प्रकार का एनालिसिस या विश्लेषण हो। ताकि ​नीति व निर्णयों में सकारात्मक योगदान हो सके। मैं सभी सांसदों से आग्रह करूंगा कि उत्तम चर्चा और सदन को जितना ज्यादा फलदायी बना सकें, यह बेहतर रहेगा। क्योंकि सभी के प्रयास से ही सदन उत्तम निर्णय करता है। इसलिए सदन की गरिमा बढ़ाने के लिए हम सभी अपने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए काम करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे समय में जबकि 15 अगस्त आ रहा है, हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि जिन्होंने आजादी के लिए जीवन खपा दिया, उनके सपनों को ध्यान में रखते हुए सदन का सकारात्मक उपयोग हो।

गौरतलब है कि आज से संसद का सत्र शुरू हो रहा है। यह सतर हंगामेदार रहने की उम्मीद है। संसद का यह मानसून सत्र इसलिए भी खास है क्योंकि आज 18 जुलाई को ही राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए वोटिंग है। इस पूरे सत्र में 17 कार्यदिवस हैं, जिनमें सरकार कई विधेयक सदन में पेश करेगी। इनमें पार्लियामेंट्री कमेटी के समक्ष विचार के लिए भेजे गए 4 विधेयक शामिल हैं।

इस सत्र में 32 बिल पेश किए जाएंगे

इस सत्र में संसद की 18 बैठकें होंगी। इस सत्र में करीब 32 बिल पेश किए जाएंगे। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी का कहना है कि इनमें से 18 बिल बिना बहस के पारित नहीं होंगे। विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी और अग्निपथ जैसे अहम मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। संसद का मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले सरकार ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया।

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