राज्यपाल धनखड़ की ममता बनर्जी से अपील, कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाए

कोलकाता. पश्चिम बंगाल में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शनिवार को चिंता जाहिर की है. इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव और बंगाल पुलिस पर कानून तोड़ने वालों के समर्थन करने का आरोप भी लगाया. राज्यपाल ने ट्वीट किया, ‘9 मई से बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति से चिंतित हूं. निष्क्रिय पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव, बंगाल पुलिस और कोलकाता पुलिस दुर्भाग्यपूर्ण रूप से कानून का उल्लंघन करने वालों की आपराधिकता का समर्थन करती है.’ उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील करते हुए कहा कि कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाए और इस घटना में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए.

पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में शनिवार सुबह स्थिति शांतिपूर्ण रही जहां शुक्रवार को हिंसक प्रदर्शन हुए थे. इस बीच, हिंसा प्रभावित इलाकों समेत संपूर्ण जिले में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू रही और इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहीं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. दरअसल, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल की ओर से पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गई कथित विवादास्पद टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को नमाज के बाद बंगाल के हावड़ा समेत देश के कई इलाकों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे.

धारा-144 लागू, जिले में इंटरनेट सर्विस सस्पेंड
अधिकारियों के मुताबिक हावड़ा के उलुबेरिया, पंचला और जगतबल्लभपुर क्षेत्रों में तथा इसके अलावा इन क्षेत्रों के रेलवे स्टेशनों और राष्ट्रीय राजमार्ग के आस-पास पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने, सभा करने अथवा कोई खतरनाक हथियार रखने या ऐसा कोई भी कार्य करना प्रतिबंधित है, जिससे सार्वजनिक शांति भंग हो. ये प्रतिबंध 10-15 जून तक लागू रहेंगे. संपूर्ण जिले में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित रहीं और ये सेवाएं 13 जून तक निलंबित रहेंगी.

संवेदनशील इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस तैनात
पुलिस के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “हावड़ा जिले में स्थिति शांतिपूर्ण है. शुक्रवार रात से विरोध प्रदर्शन या हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है. हमने संवेदनशील इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया है.” उन्होंने कहा कि हिंसा, विरोध प्रदर्शन या सड़कों को अवरुद्ध करने या सामान्य जनजीवन में बाधा डालने की किसी भी घटना से बहुत ही सख्ती से निपटा जाएगा. उन्होंने कहा, “हम किसी को भी जिले में अशांति पैदा करने की अनुमति नहीं देंगे। हम स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और जिले में शांति सुनिश्चित करेंगे.”

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