नीतीश कुमार का NRC पर बड़ा बयान, कहा- हमारे रहते अल्पसंख्यकों की उपेक्षा नहीं होगी

पटना। संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक का समर्थन करने के कारण जद (यू) की लगातार आलोचना होने के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को कहा,  हमारे रहते अल्पसंख्यकों की उपेक्षा नहीं होगी। जल-जीवन-हरियाली यात्रा के क्रम में गया के गांधी मैदान में आयोजित जन जागरूकता सम्मेलन सह जनसभा में 258 करोड़ 72 लाख रुपये की लागत वाली 59 योजनाओं का उद्घाटन एवं 699 करोड़ 60 लाख रुपये की लागत वाली 193 योजनाओं का शिलान्यास करते हुए नीतीश ने कहा,  हमारे रहते अल्पसंख्यकों की उपेक्षा नहीं होगी। विपक्षी राजद और कांग्रेस का नाम लिए उनकी ओर इशारा करते हुए जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश ने कहा   जो लोग भड़का रहे हैं, उन्होंने अपने राजपाट के दौरान उन्हें कौन सी सुविधायें दी हैं। हमलोगों ने हर वर्ग के लिये काम किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा  बिहार के हितों के साथ-साथ राज्य के इलाकों के विकास के लिये काम करते रहेंगे। उन्होंने गया जिला स्थित अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी को केंद्र सरकार द्वारा बंद किए जाने की मीडिया में आयी खबरों की ओर इशारा करते हुए लोगों से कहा कि आप सब को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। हमने अकादमी को गया में बनाए रखने के लिए 17 दिसम्बर को रक्षा मंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह उनसे बात भी करेंगे।

नीतीश ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान के जरिये गंगा नदी का पानी गया, बोधगया, राजगीर और नवादा पहुंचाया जाएगा। इसके लिए दर्जनों बार बैठक कर कार्ययोजना तैयार की गयी। उन्होंने कहा कि पटना जिला में मोकामा के पास से गंगा जल को राजगीर होते हुए गया लाया जायेगा। गंगा जल को शुद्ध कर पेयजल के रूप में घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। नीतीश ने कहा कि बरसात के चार महीनों में गंगा का पानी निकालकर उसे स्टोर किया जाएगा ताकि बारहों महीने गया और बोधगया के लोगों को पानी मिलता रहे। कल ही हमने गया में कैबिनेट की बैठक बुलाकर निर्णय लिया है। इसके लिए टेंडर भी निकल गया है और वर्ष 2021 तक गया और बोधगया में गंगा का पानी पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

उन्होंने कहा कि अगले साल चुनाव में जाने से पहले पूरे बिहार में हर घर तक नल का जल उपलब्ध करा देंगे। नीतीश ने कहा कि फल्गु नदी में हमेशा पानी रहे, इस दिशा में भी हमलोग काम कर रहे हैं। इसके लिए विष्णु पद मंदिर के पास फल्गु नदी में चेक डैम बनाकर स्नान एवं पूजा करने के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा। फल्गु नदी में नाले का पानी नहीं आए, इसके लिए आवश्यकतानुरूप सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा।

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