दिल्‍ली NCR में झमाझम बारिश, मुंबई के बाद अब बारिश से बेहाल पुणे, जलजमाव के कारण ट्रेनें प्रभावित

मानसून इस समय भारत के कई हिस्‍सों पर मेहरबान है। लेकिन मानसूनी बारिश देश के पश्चिमी हिस्‍से के लिए मुसीबत बनकर आई है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई जहां भारी बारिश के चलते मुसीबत झेल रही थी। वहीं अब पुणे में भी पिछले तीन दिनों से जारी बारिश ने स्‍थानीय लोगों को मुश्किलें आ रही है। भारी बारिश की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने पुणे जिले के सभी स्कूल-कॉलेज आज बंद रखने का फैसला किया है। वहीं मंगलवार सुबह से दिल्‍ली एनसीआर में भी झमाझम बारिश हो रही है। हालांकि ऑफिस जाने के समय हो रही इस बारिश से लोगों को मुसीबत का सामना भी करना पड़ रहा है। नोएडा, गाजियाबाद जैसे एनसीआर के इलाकों में भीषण बारिश की खबर है।

दिल्‍ली एनसीआर में भी बारिश 

कई दिनों से उमस झेल रहे दिल्‍ली एनसीआर के लोगों को भी आज राहत मिली है। दिल्‍ली एनसीआर के कई इलाकों में भी सुबह से तेज बारिश हो रही है। दिल्‍ली से सटे नोएडा गाजियाबाद में भारी बारिश के चलते जहां आम लोगों को राहत मिली है। वहीं ऑफिस टाइम होने की वजह से मुसीबत भी खड़ी हो गई है। कई सड़कों पर ट्रैफिक धीमा होने के कारण जाम की स्थिति पैदा हो गई है। वहीं कई निचले इलाकों में जलजमाव की भी खबरें मिली हैं।

देश के पश्चिमी तट पर हो रही बारिश के चलते महाराष्‍ट्र के दो महानगरों की हालत पस्‍त है। पुणे में लगातार हो रही बारिश से कई निचले इलाके पानी में डूब गए हैं। पुणे के वाकड़ स्थित एक अस्‍पताल से मरीजों को बाहर निकाला गया है। पुणे के ओल्ड सांगवी इलाके भारी बारिश की वजह से हुए जलभराव में फंसे 150 से ज्यादा लोगों का NDRF किया रेस्क्यू किया है। पुणे के बोपोडी इलाके में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हैं। यहां फायर ब्रिगेड की टीम ने पानी में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया है।

अन्‍य इलाकों में भी बारिश का कोहराम 

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भी पिछले 3 से 4 दिनों से लगातार बारिश हो रही है ऐसे में कई गाव में स्थानीय नदियों का पानी घुस गया है लोगो को अपना घर बार छोड़ने को मजबूर होना पड़ा है। रायगढ़ के पेण तालुका के वाशी कणे मोजे गाव के सैकड़ो लोग बाढ़ के पानी मे फस गये थे  ऐसे में एनडीआरएफ की टीम को मदद के लिए बुलाना पड़ा। 24 घण्टों में अकेले पेण तालुका में ही 400 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई थी जिससे ये स्थिति निर्माण हुई।

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