उम्मीद है चीन की मदद से कश्मीर में आर्टिकल 370 फिर बहाल होगा, फारूख अब्दुल्ला के विवादित बयान ने मचाया सियासी कोहराम

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के बयान ने सियासी घमासान मचा दिया है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने फाहरुख अब्दुल्ला के बयान को देशद्रोही बयान करार दिया है. संबित पात्रा ने कहा कि 24 सितंबर को फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि आप अगर जम्मू कश्मीर में जाकर लोगों से पूछेंगे कि क्या वह भारतीय हैं, तो लोग कहेंगे कि नहीं हम भारतीय नहीं हैं. उसी स्टेटमेंट में ही उन्होंने ये भी कहा था कि अच्छा होगा अगर हम चीन के साथ मिल जाएं. संबित पात्रा ने कहा कि फारुख चीन की विस्तारवादी मानसिकता को सही ठहरा रहे हैं.

संबित पात्रा ने कहा कि फारूख ने कहा कि भविष्य में हमें अगर मौका मिला तो हम चीन के साथ मिलकर अनुच्छेद 370 वापस लाएंगे. संबित पात्रा ने आगे कहा कि इन्हीं फारूक अब्दुल्ला ने भारत के लिए कहा था कि पीओके क्या तुम्हारे बाप का है, जो तुम पीओके ले लोगे? क्या पाकिस्तान ने चूड़ियां पहनी हैं? पाकिस्तान और चीन को लेकर जिस प्रकार की नरमी और भारत को लेकर जिस प्रकार की बेशर्मी इनके मन में है, ये बातें अपने आप में बहुत सारे प्रश्न खड़े करती हैं.

संबित पात्रा ने फारूख का जिक्र करते हुए राहुल गांधी का भी जिक्र किया और कहा कि राहुल गांधी और फारूख अब्दुल्ला एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. संबित पात्रा ने कहा कि ये वही राहुल गांधी हैं, जिन्होंने एक हफ्ते पहले कहा था कि प्रधानमंत्री कायर है, प्रधानमंत्री छुपा हुआ है, डरा हुआ है. दूसरे देशों की तारीफ और अपने देश, प्रधानमंत्री और आर्मी के लिए इस प्रकार के वचन कहां तक सही है, ये आप सब समझते हैं. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाकर राहुल गांधी पाकिस्तान में हीरो बने थे, आज फारूक अब्दुल्ला चीन में हीरो बने हैं.

दरअसल फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को आजतक से बातचीत के दौरान कहा था कि एलएसी पर जो भी तनाव के हालात बने हैं, उसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है. क्योंकि उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म किया. चीन ने कभी भी अनुच्छेद 370 खत्म करने के फैसले का समर्थन नहीं किया है और हमें उम्मीद है कि इसे आर्टिकल 370 फिर से चीन की ही मदद से बहाल कराया जा सकेगा.

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