प्रसिडेंट रामनाथ कोविंद ने अपने पैतृक घर को बनाया मिलन केंद्र, गरीब बेटियों की होगी शादियां

कानपुर देहात. राष्ट्रपति बनने के बाद महामहिम रामनाथ कोविंद शुक्रवार दूसरी बार अपने पैतृक गांव परौंख पहुंच रहे हैं. उनके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके पैतृक गांव जाएंगे जहां कई कार्यक्रमों में शिरकत के साथ ही एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. राष्ट्रपति कोविंद ने अपने पैतृक घर को दान कर सिया है, जहां मिलन केंद्र बनाया गया. आज इसका भी लोकार्पण किया जाएगा. इस मिलन केंद्र में गरीब बेटियों की शादी व अन्य कार्यकर्मों का आयोजन किया जा सकेगा.

इस मिलन केंद्र में राष्ट्रपति की यादों को भी संजोया गया है. साथ ही एक लाइब्रेरी भी बनाई गई है. गौरतलब है कि राष्ट्रपति इसी घर में जन्में, खेला-कूदा और बड़े हुए. अब इस घर को उन्होंने गांव को दान कर दिया है. इस मिलन हाउस में गांव के गरीब परिवार अपनी बेटियों की शादी धूमधाम से कर सकेंगे जिसके लिए उन्हें अब महंगे गेस्ट हाउस बुक नहीं करने पड़ेंगे.आधिकारिक बयान के मुताबिक उस दौरान राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री पथरी देवी मन्दिर में दर्शन-पूजन करेंगे. प्रधानमंत्री डॉ बी आर अम्बेडकर भवन स्थित डॉ आंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण/पुष्प अर्पित करेंगे. तत्पश्चात् प्रधानमंत्री ‘मिलन केन्द्र’ का भ्रमण कर महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों का अवलोकन करेंगे. ज्ञातव्य है कि राष्ट्रपति के पैतृक आवास ‘मिलन केन्द्र’ को उनकी इच्छानुसार सार्वजनिक उपयोग के लिए दान कर दिया गया था. इसे सामुदायिक केन्द्र (मिलन केन्द्र) के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है. इसमें स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को विभिन्न कार्यों के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है.

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