पाकिस्तान के नए पीएम शहबाज शरीफ बोले- भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं, लेकिन…

पाकिस्तान की संसद ने आज शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) को देश का 23वां प्रधानमंत्री चुन लिया. स्पीकर अयाज सादिक ने इसकी घोषणा की. शरीफ को 174 वोट मिले. वहीं इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए इंसाफ (पीटीआई) ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. 342 सदस्यीय सदन में जीत के लिए कम से कम 172 सदस्यों के समर्थन की जरूरत थी.

प्रधानमंत्री के रूप में सदन में अपने पहले भाषण में शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव कामयाब हुआ है. उन्होंने कहा, ‘‘बुराई पर अच्छाई की जीत हुई है.’’

उन्होंने कहा कि यह पूरे देश के लिए आज बड़ा दिन है, जहां एक चुने हुए प्रधानमंत्री को कानूनी और संवैधानिक तरीके से घर भेज दिया गया है. इस दौरान शहबाज ने विदेश नीति को लेकर भी रुख साफ किया. उन्होंने कहा कि वह भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं, लेकिन कश्मीर मुद्दे के समाधान के बिना इसे हासिल नहीं किया जा सकता है.

नए पीएम ने कहा, ”जब पाकिस्तान ने हिन्दुस्तान में पांच धमाके करके हिन्दुस्तान के दांत खट्टे कर दिए थे और पाकिस्तान की आलोचना की जा रही थी, तब सऊदी अरब ने हमारा साथ दिया था. सऊदी अरब के बगैर कश्मीर का मसला नहीं सुलझाया जा सकता है.

शहबाज शरीफ ने कहा, ”तुर्की ने जो तरक्की की है वो बेमिसाल है, तुर्की वो मुल्क है जब कश्मीर की आजादी की बात आई, पाकिस्तान के साथ तुर्की खड़ा रहा.”

शहबाज शरीफ ने कहा कि किसी को शक नहीं होना चाहिए चीन पाकिस्तान का सुख और दुख का साथी है. इंटरनेशनल फोरम पर चीन ने हमारा साथ दिया. कोई हुकूमत आए या जाए. कोई कुछ भी कर ले. चीन की दोस्ती हमसे कोई छीन नहीं सकता. इससे पहले की सरकार ने चीन से हमारी दोस्ती कमजोर की. हम चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के शुक्रगुजार हैं.

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