नवाज़ शरीफ़ के लिये सड़कों पर हुजूम, जेल में सरेंडर से पहले कार्यकर्ताओं की रैली

नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ छह महीने जमानत पर रिहा रहने के बाद जेल लौटे। शरीफ जमानत पर रिहाई की अवधि पूरी होने के बाद मंगलवार देर रात जेल पहुंचे। नवाज शरीफ के कोट लखपत जेल वापस आने की खबर मिलने पर पीएमएल के कार्यकर्ता बड़ी संख्यां में जमा हो गये और सड़कों पर पोस्टर, झंडे, बैनर लहराये गये।

शेर आया..शेर आया कहकर नारेबाज़ी हुई और फूलों से स्वागत हुआ। इस तरह यह रैली पाकिस्तान के मौजूदा हालात में शक्ति प्रदर्शन का एक बड़ा रोड शो बन गया। असल में भ्रष्टाचार के एक मामले में नवाज़ शरीफ को सात साल जेल की सज़ा सुनाई गई है। वे 6 हफ्ते से ज़मानत पर थे।

लाहौर स्थित शरीफ के आवास ‘जाति उमरा’ के बाहर पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के हजारों समर्थक एकत्र हुए और उनके साथ जेल तक गए। शरीफ के आवास से जेल तक का रास्ता 30 मिनट में तय हो जाता है, लेकिन रैली को कोट लखपत पहुंचने में चार घंटे लगे। सुप्रीम कोर्ट ने हृदय एवं किडनी की बीमारी के उपचार के लिए उन्हें छह महीने की जमानत पर रिहा किया था।

नवाज ने जेल पहुंचने के बाद अपने समर्थकों का धन्यवाद किया। उन्होंने एक संदेश में कहा, ‘‘मेरे प्रति एकजुटता व्यक्त करने के लिए हजारों की संख्या में आए कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। आधी रात में भी कार्यकर्ता मेरे साथ हैं। यह अद्भुत दृश्य है।’’ शरीफ के साथ उनकी बेटी मरियम नवाज भी कार में थी।

मरियम ने ट्वीट किया, ‘‘जाति उमरा से जेल तक की सड़क पर यातायात जाम है। केवल सिर और मोटरचालकों की लंबी कतारें दिख रही है।’’ शरीफ ने कहा, ‘‘लोग जानते हैं कि मुझे किस बात की सजा दी जा रही है। मैंने क्या पाप किया है… वे जानते हैं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि दमन की यह काली रात जल्द खत्म होगी और मैं जेल से रिहा हो जाऊंगा।’

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