अयोध्या विवाद: संभावित फैसले को लेकर 10 दिसंबर तक जिले में धारा 144 लागू

लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में अयोध्या रामजन्म भूमि विवाद (Ayodhya Ramjanmabhoomi case) पर सुनवाई खत्म होने वाली है. अयोध्या फैसले को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट है. संभावित फैसले को लेकर 10 दिसंबर तक जनपद में धारा 144 लागू कर दी गई है. दीपोत्सव, चेहल्लुम व कार्तिक मेले को लेकर 2 महीने तक अयोध्या जनपद में धारा 144 लागू रहेगी. जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने जनपद में निषेधाज्ञा लगा दी है.

सुप्रीम कोर्ट में 17 अक्टूबर तक इस मामले की सुनवाई पूरी हो जाएगी और उम्मीद जाहिर की जा रही है 17 नवंबर तक अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट फैसला सुना सकता है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के इंतजार के बीच अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की तैयारियां तेज हो गई हैं. अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद भी बढ़ रही है. पर्यटक कार्यशाला में रखे उन पत्थरो को बड़े ही श्रद्धा भाव से देख रहे जिसे राम मंदिर निर्माण के लिए तराशे गए हैं. राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश आदि से पहुचे श्रद्धालु कार्यशाला में जोश के साथ उत्साहित हो कर जय श्री राम के नारे लगाते थक नही रहे हैं.

अयोध्या के कारसेवक पुरम में रखे गए मंदिर के मॉडल को देखने आने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. यहां रखा राम मंदिर का मॉडल 21 फीट लंबा, 11 फीट चौड़ा और 9 फीट ऊंचा है. विश्व हिंदू परिषद की अयोध्या में इसी मॉडल के आधार पर भव्य राम मंदिर निर्माण की योजना है  पहले यहां पर औसतन करीब 400 लोग आते थे लेकिन बीते एक महीने से यहां आने वाले लोगों की तादाद काफी बढ़ गई है  औसत 600 पहले कार्यशाला में खंभे-शिलाओं के साथ रखे छोटे मॉडल को देखकर ही लोग चले जाते थे लेकिन अब वे यहां तक भी आते हैं. जैसे-जैसे सुनवाई पूरी हो रही है, लोग जानना चाहते हैं असली मंदिर कैसा होगा.

राम मंदिर के निर्माण की तैयारियां तेज 
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के इंतजार के बीच अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की तैयारियां तेज हो गई हैं. आज हम आपको बताएंगे अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर निर्माण का काम कितना पूरा हो चुका है. राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सतेन्द्र दास के मुताबिक दो मंजिला प्रस्तावित राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण पूरा हो चुका है. मंदिर ठीक वैसा ही बनाया जाएगा जिस तरह का मॉडल तैयार किया गया है.

भव्य होगा राम मंदिर का स्वरूप  
श्री रामलला के मुख्य पुजारी, आचार्य सतेन्द्र दास के मुतबिक, “अयोध्या में बनने वाला श्रीराम का मंदिर दो मंजिला भवन होगा. इस भव्य मंदिर की लंबाई 268 फीट, चौड़ाई 140 फीट और ऊंचाई 128 फीट होगी. राम मंदिर में 212 स्तंभ होंगे, पहली मंजिल में 106 स्तंभ होंगे. राम मंदिर में सिंह द्वारा, नृत्य मंडप, रंग मंडप, कोली, गर्भ गृह और परिक्रमा शामिल होंगे. इसके साथ ही गर्भ गृह के चारों ओर बनने वाले परिक्रमा मार्ग की चौड़ाई 10 फीट होगी. इस भवन के भूतल पर भगवान राम बालरूप में यानी ‘रामलला’ के रूप में विराजमान होंगे. मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार होगा.”

फिलहाल अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के प्रस्तावित मंदिर मॉडल पर कार्यशाला में पत्थर तराशने का कार्य जारी है. विहिप और राम जन्मभूमि न्यास को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की प्रतीक्षा है. कार्यशाला में मंदिर निर्माण के लिए पहली मंजिल का कार्य पूरा हो चुका है लेकिन दूसरी मंजिल का कार्य जन्म स्थान पर ही होगा.

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