आज दुनिया का भरोसा भारत के युवाओं पर बढ़ा है,शताब्‍दी समारोह में बोले पीएम मोदी

New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के शताब्दी कार्यक्रम में शामिल हुए और यहां मौजूद छात्रों को संबोधित किया. पीएम मोदी ने यहां 3 भवनों की आधारशिला रखी और यूनिवर्सिटी को अन्य सौगात दीं. पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में आना घर आने जैसा है.

पीएम मोदी ने यहां कहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. पीएम ने कहा कि कैंपस में घूमने का अलग ही आनंद होता है, जब आप दोस्तों से लेटेस्ट वेब सीरीज़ और रील्स के बारे में बात करते हैं.

प्रधानमंत्री बोले कि यूनिवर्सिटी ने 100 साल में अपने ध्येय को ज़िंदा रखा है, जब भारत के पास नालंदा जैसे विश्वविद्यालय थे तब भारत सुख-समृद्धि से भरपूर था. पहले भारत की शिक्षा व्यवस्था देश की समृद्धि का बड़ा हिस्सा था, लेकिन गुलामी के कालखंड ने हमारे शिक्षा क्षेत्र को प्रभावित किया.

युवाओं के लिए क्या बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि देश में अब बड़ी संख्या में कॉलेज बन रहे हैं, देश का युवा अब खुद को बांधना नहीं चाहता है बल्कि बड़ी लकीर खींचना चाहता है. 2014 से पहले देश में चंद ही स्टार्टअप थे, लेकिन अब ये संख्या एक लाख से ज्यादा हो गई है. आज दुनिया का भरोसा भारत के युवाओं पर बढ़ा है, यही कारण है कि हर कोई भारत की ओर देख रहा है.

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि कलतक जिस AI की बातें फिक्शन में देखते थे, वो आज सच्चाई बन गई है. देश ने निवेश के क्षेत्र में कई अहम फैसले लिए हैं, अब दुनिया की बड़ी कंपनियां यहां आ रही हैं जो युवाओं के लिए आगे बढ़ने का एक अहम मौका है.

हमारे एजुकेशन इंस्टिट्यूट्स दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहे हैं. इसके पीछे सबसे बड़ी गाइडिंग फोर्स है भारत की युवा शक्ति. एक समय था जब स्‍टूडेंट्स किसी इंस्टिट्यूट में एडमिशन से पहले केवल प्‍लेसमेंट को प्राथमिकता देते थे. युवा अब कुछ नया करना चाहता है. 2014 से पहले देश में कुछ सौ स्‍टार्टअप थे. अब भारत में स्‍टार्टअप की संख्‍या 1 लाख पार कर गई है.

कभी डीयू में केवल 3 कॉलेज थे, आज 90 से ज्‍यादा हैं. कभी भारत की इकॉनमी खस्‍ता हालत में थी, आज दुनिया की टॉप 5 इकॉनमी में शामिल हो गई है. अब डीयू में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्‍या लड़कों से ज्‍यादा हो गई है. इसका अर्थ है कि शिक्षण संस्‍थाओं की जड़ें जितनी गहरी होती हैं, देश की शाखाएं उतनी ही फैलती हैं.

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दिल्‍ली यूनिवर्सिटी का इतिहास खास है. यह सिर्फ एक यूनिवर्सिटी नहीं, बल्कि एक मूवमेंट है. इस यूनिवर्सिटी ने अपने लंबे इतिहास में हर आंदोलन को जिया है.

प्रधानमंंत्री का संबोधन खत्‍म होते ही डीयू के आयोजन परिसर में ‘जय श्री राम’ के नारे गूंजने लगे.

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