कांग्रेस ने 16 अक्टूबर को सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई

नयी दिल्ली: कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह के नेताओं की ओर से पार्टी के भीतर संवाद की मांग किए जाने और हाल के महीनों में कई नेताओं के पार्टी छोड़ने की पृष्ठभूमि में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक आगामी 16 अक्टूबर को बुलाई गई है, जिसमें संगठनात्मक चुनावों, आगामी विधानसभा चुनावों और मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा की जाएगी। पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने शनिवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी।

के सी वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘कांग्रेस कार्य समिति की बैठक 16 अक्टूबर को सुबह 10 बजे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कार्यालय 24 अकबर रोड पर बुलाई गई है, ताकि मौजूदा राजनीतिक हालात, आगामी विधानसभा चुनावों और संगठनात्मक चुनावों पर चर्चा की जा सके।’’ सीडब्ल्यूसी कांग्रेस की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई है। कुछ दिनों पूर्व पार्टी सूत्रों ने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पहले ही इसका संकेत दे चुकी हैं कि सीडब्ल्यूसी की बैठक बहुत जल्द बुलाई जाएगी। पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने की मांग की थी।

आजाद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति की तत्काल बैठक बुलाई जाए। सिब्बल ने भी पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान के बीच पिछले दिनों पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराये जाने चाहिए। सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय होने जा रही है जब सुष्मिता देव, जितिन प्रसाद, लुईजिन्हो फालेरियो और कई अन्य नेता पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हुए हैं।

कांग्रेस कार्य समिति की बैठक इस मायने में भी अहम है कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लंबे समय से लंबित है। कुछ महीने पहले कोरोना महामारी के कारण अध्यक्ष के चुनाव को स्थगित कर दिया गया था, जो पहले जून महीने में प्रस्तावित था। माना जा रहा है कि सीडब्ल्यूसी की इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर किसी तारीख या रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जा सकता है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर भी चर्चा होगी। इन राज्यों में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने हैं।

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