एक परिवार ने सिर्फ वोट बैंक पर ध्यान दिया: पीएम मोदी

बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चुनावी राज्य कर्नाटक के दौरे पर हैं. यहां वह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के गढ़ कलबुर्गी और यादगीर जिलों में 10,800 करोड़ रुपये की सिंचाई, पेयजल और सड़क विकास से जुड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया. सभी घरों में व्यक्तिगत घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोडेकल में जल जीवन मिशन के तहत यादगिरी बहु-ग्राम पेयजल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी. योजना के तहत 117 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा. 2,050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली इस परियोजना से 700 से अधिक ग्रामीण बस्तियों और यादगिरि जिले के तीन कस्बों के लगभग 2.3 लाख घरों को पीने योग्य पानी उपलब्ध होगा.

मलखेड़ा में पीएम मोदी ने पारंपरिक डोल बजाया

प्रधानमंत्री ने कहा, “टांडा के निवासियों ने दशकों तक कठिनाइयों का सामना करते हुए संघर्ष किया है, लेकिन बीजेपी सरकार के तहत चीजें बदल गई हैं. बंजारा, घुमंतू समुदाय को जो सुविधाएं नहीं मिल रही थीं, उनका भी प्रबंध किया जा रहा है. अपना घर, अपनी जमीन का कानूनी दस्तावेज मिलने के बाद अब परिवार निश्चिंत होकर रह पाएंगे. इससे ऋण लेने में भी सुविधा होगी. कर्नाटक में स्वामित्व योजना का लाभ भी मिलने लगा है. अब आप अपने बच्चों को स्कूल भेज पाएंगे. अब झुग्गियों में जीने की मजबूरी कल की बात बन गई.”

प्रधानमंत्री ने कहा, “टांडा के निवासियों ने दशकों तक कठिनाइयों का सामना करते हुए संघर्ष किया है, लेकिन बीजेपी सरकार के तहत चीजें बदल गई हैं. बंजारा, घुमंतू समुदाय को जो सुविधाएं नहीं मिल रही थीं, उनका भी प्रबंध किया जा रहा है. अपना घर, अपनी जमीन का कानूनी दस्तावेज मिलने के बाद अब परिवार निश्चिंत होकर रह पाएंगे. इससे ऋण लेने में भी सुविधा होगी. कर्नाटक में स्वामित्व योजना का लाभ भी मिलने लगा है. अब आप अपने बच्चों को स्कूल भेज पाएंगे. अब झुग्गियों में जीने की मजबूरी कल की बात बन गई.”

उन्होंने कहा, “पीएम आवास योजना से पक्का घर, गैस चूल्हा, बिजली कनेक्शन सब मिलने वाला है. कर्नाटक सरकार की मदद से आजीविका के लिए नए साधन बनने वाले हैं. सूखी लड़की, शहद, फल सभी से पैसा मिलेगा. पहले की सरकार कुछ ही चीजों पर एमएसपी देती थी, हमारी सरकार ने सभी फसलों पर एमएसपी देना शुरू किया.”

कांग्रेस पर सिर्फ वोट लेने का आरोप

कांग्रेस पर वार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “देश में जिन्होंने लंबे समय तक शासन किया, उन्होंने वोट तो ले लिया लेकिन ठोस फैसले नहीं लिए. दलित, वंचित आदिवासी, दिव्यांग, महिलाएं, समाज के सभी वंचित वर्गों को अब उनका पूरा हक मिल रहा है. सशक्तिकरण के लिए हम स्पष्ट रणनीति पर काम कर रहे हैं. अब गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी, दिव्यांग, महिलाएं, जैसे वंचित समाज अब इन्हें मूल सुविधाएं तेज गति से दे रही है.”

वंचितों तक पहुंचा योजनाओं का लाभ

बंजारा समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “महंगे इलाज के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं से यही वर्ग वंचित था. आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख की स्वास्थ्य सुविधा हमारी सरकार ने दिया है. पहले राशन तक नहीं पहुंच पाता था. अब सभी को राशन मिलता है. हमने आर्थिक सशक्तिकरण के रास्ते बनाएं. दलित, आदिवासियों ने कभी बैंक का दरवाजा तक नहीं देखा था. जनधन खातों ने सभी वर्गों को बैंकों से जोड़ा. आज मुद्रा योजना के तहत लगभग 20 करोड़ लोन, एससी-एसटी, ओबीसी को मिले हैं. इस वर्ग से नए-नए उद्धमी बन रहे हैं.”

महिलाओं के लिए क्या बोले पीएम

पीएम मोदी ने कहा, “हम वंचित समाज के लोगों के लिए नए अवसर बना रहे हैं. महिला कल्याण के लिए संवेदनशील हमारी सरकार आज उनके लिए अलग-अलग सेक्टर में उनके लिए अवसर बना रहे हैं. आदिवासियों को सम्मान देने का काम कर रहे हैं. उपेक्षित वर्गों के साथी आज देश के सर्वोच्च संस्थाओं में शीर्ष पर हैं. हमारी सरकार ने केंद्र सरकार की ग्रुप सी, ग्रुप डी में इंटरव्यू खत्म किया. इन कदमों के सबसे बड़े लाभार्थी हमारे गांव के युवा हैं.”

बंजारा समुदाय की जमकर तारीफ की

उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने बंजारा समुदाय, घुमंतू और अर्थ घुमंतू समुदाय के लिए विशेष बोर्ड का गठन किया. इतने दशकों तक इन समुदाय की किसी ने सुध नहीं ली. हमारी सरकार ने इन परिवारों की सुध ली. डबल इंजन सरकार, भारत में रहने वाले हर समाज की परंपरा, खानपान, वेषभूषा को हमारी ताकत मानती है. हम इसको सहेजने के पक्षधर हैं. आप सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और जीवंत हैं. आपका हजारों वर्षों का एक इतिहास है. इस देश के विकास में आपका विशेष योगदान है. मैं गुजरात से आता हूं. गुजरात और राजस्थान में बारिश कम होती है. लेकिन अनेक गांवों में सैकड़ों साल पहले पानी के लिए कुछ सुविधाएं हैं. आज भी लोग कहते हैं कि ये लाखा बंजारा ने किया था. पानी के प्रबंध के लिए लाखा बंजारा का नाम ही आता है.”

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