राज्यपाल ने साधा ममता सरकार पर निशाना, उठा दिए कई बड़े सवाल

कोलकाता. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में देश की जनसंख्या का 7% हिस्सा है। कल तक हमारी टेस्टिंग स्पीड की औसत राष्ट्रीय औसत का लगभग 25-30% था। इसका मतलब है कि हमारे यहां टेस्टिंग बहुत कम हो रही है, हमें इसे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य योद्धाओं और सरकार के बीच अविश्वास का एक तत्व है, यह एक चिंताजनक स्थिति है। मुझे चिकित्सा चिकित्सकों और उनके संघों द्वारा यह संकेत दिया गया है कि वे यह नहीं समझते हैं कि # COVID19 मौतों की घोषणा करने के लिए एक लेखा परीक्षा समिति क्यों है?

केंद्रीय टीमों को सहयोग नहीं कर रहा बंगाल: गृह मंत्रालय

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार कोविड-19 से पैदा हुयी स्थिति का आकलन करने के लिए राज्य का दौरा कर रही केंद्रीय टीमों के साथ सहयोग नहीं कर रही है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि केंद्रीय टीमों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बातचीत करने से भी रोका जा रहा है।

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को लिखे एक पत्र में कहा कि यह मंत्रालय के संज्ञान में लाया गया है कि कोलकाता और जलपाईगुड़ी का दौरा करने वाली दोनों अंतर-मंत्रालयीय केंद्रीय टीमों को राज्य और स्थानीय प्रशासन द्वारा अपेक्षित सहयोग नहीं दिया गया है। भल्ला ने कहा कि वास्तव में, उन्हें यात्रा करने, स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बातचीत करने और जमीनी स्तर पर स्थिति का आकलन करने से विशेष रूप से रोका गया है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को शहर के कई इलाकों का दौरा किया और कोविड-19 महामारी से निपटने की लड़ाई में लोगों से घरों में रहने और जरूरी एहतियात बरतने की अपील की। बनर्जी ने आज मंगलवार को महानगर के अल्पसंख्यक बहुल पार्क सर्कस, तोपसिया और राजाबजार सहित कुछ इलाकों का दौरा किया।

उन्होंने यह दौरा ऐसे समय में किया जब कोविड-19 की स्थिति का आकलन करने के लिए गठित दो केन्द्रीय दल भी राज्य में मौजूद हैं। बनर्जी ने कार के अदंर से लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ मैं अपने सभी भाइयों-बहनों से घर के अदंर रहने की अपील करती हूं क्योंकि इस वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने का केवल यही एक तरीका है। हमने कभी ऐसा लॉकडाउन नहीं देखा लेकिन इस बीमारी से निपटने के लिए यह जरूरी है।’’उन्होंने कहा, ‘‘अगर आपको कोई भी परेशानी हो तो पुलिस को इसकी जानकारी दें, वे आपकी मदद करेंगे।’’ केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को कहा था कि कोविड-19 को लेकर मुंबई, पुणे, इंदौर, जयपुर, कोलकाता और पश्चिम बंगाल के कुछ अन्य स्थानों पर हालात ‘‘विशेष रूप से गंभीर’’ हैं और लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन से कोरोना वायरस का संक्रमण और फैलने का खतरा है। केन्द्र सरकार ने सोमवार को मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में कोविड-19 की स्थिति का आकलन करने के लिए छह अंतर-मंत्रालयी केन्द्रीय दलों (आईएमसीटी) का गठन किया है।

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