चीन के साथ जारी विवाद के बीच सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे पहुंचे कश्मीर

श्रीनगर। चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी गतिरोध के बीच थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे दो दिन के कश्मीर दौरे पर हैं। थल सेनाध्यक्ष गुरुवार (17 सितंबर) को श्रीनगर पहुंचे और उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सुरक्षा स्थिति के साथ सुरक्षा बलों के ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया।

उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात सैनिकों के साथ बातचीत के दौरान सेना प्रमुख ने उनके उच्च मनोबल की सराहना की और पाकिस्तान के संघर्ष विराम उल्लंघन पर उनकी प्रतिक्रिया की सराहना की। उन्होंने नियंत्रण रेखा पर दिन और रात की निगरानी सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग की भी सराहना की, जिसके परिणामस्वरूप हाल के दिनों में पीओजेके से घुसपैठ को नाकाम करने के लिए कई सफल संचालन किए हैं।

सेनाध्यक्ष ने सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को हर संभव समर्थन देने की आवश्यकता पर बल दिया, जो पाकिस्तानी सेना द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन के शिकार हैं। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद सेनाध्यक्ष ने हिंडलैंड में तैनात कमांडरों और सैनिकों के साथ भी बातचीत की।

 जवानों के साथ बातचीत करते हुए सेनाध्यक्ष नरवणे ने कहा यह कश्मीर में विकास, शांति और समृद्धि के एक नए युग की शुरुआत है और जम्मू-कश्मीर में शांति के निर्माण के लिए उनके उच्च स्तर के मनोबल और योगदान के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने घाटी में शांति बनाए रखने की दिशा में सभी सरकारी एजेंसियों के बीच उच्च स्तर के समन्वय की सराहना की और COVID-19 महामारी के कारण चुनौतियों से उबरने के लिए ‘आवाम’ तक पहुंचने का प्रयास किया। साथ ही सेनाध्यक्ष ने उत्तरी सेना कमांडर और चिनार कॉर्प्स कमांडर के साथ समग्र सुरक्षा स्थिति की भी समीक्षा की।

सेनाध्यक्ष ने जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा से भी मुलाकात की, जहां उन्होंने केंद्रशासित प्रदेश में वर्तमान सुरक्षा स्थिति के मुद्दों पर चर्चा की और क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम करने में सेना के पूरे सहयोग का आश्वासन दिया। सेनाध्यक्ष 18 सितंबर 2020 को नई दिल्ली लौटने वाला है।

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