यूक्रेन पर की गई सैन्य कार्रवाई का कोई पछतावा नहीं:पुतिन

रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को 9 महीने से अधिक समय हो चुका है. इसके बावजूद इस युद्ध का कोई स्थायी समाधान नहीं निकल सका है. इस बीच रूसी संसद क्रेमलिन ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन युद्ध पर बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन वह यूक्रेन से अपनी सेना वापस नहीं हटाएंगे. क्रेमलिन की ओर से कहा गया है कि पुतिन राजनयिक समाधान पर भरोसा करते हैं. क्रेमलिन की ओर से यह बयान शुक्रवार को सामने आया है.इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि पुतिन के लिए यूक्रेन में युद्ध खत्म करने का एकमात्र रास्ता अपनी सेना को वापस बुलाना है. बाइडेन ने यह भी कहा था कि अगर पुतिन युक्रेन से युद्ध खत्म करने की सोच रहे हैं तो वह क्रेमलिन प्रमुख से बात करने को तैयार हैं. क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव से जब बाइडेन के इस बयान के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने कहा कि पुतिन बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन रूस की सेना को वह यूक्रेन से नहीं हटाएंगे.

इससे पहले पुतिन कहते रहे हैं कि यूक्रेन के खिलाफ की गई उनकी कार्रवाई का उन्हें कोई भी पछतावा नहीं है. पुतिन इस कार्रवाई को स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन करार देते हैं. यूक्रेन और उसको समर्थन देने वाले देश कहते हैं कि पुतिन के पास उनके इस हमले को लेकर कोई भी स्पष्टीकरण नहीं है. वहीं यूक्रेन कहता है कि जब तक रूस का आखिरी सैनिक उनकी जमीन से नहीं खदेड़ दिया जाता तब तक यूक्रेनी सेना रूस से जंग लड़ती रहेगी. रूस यूक्रेन के कई हिस्सों पर कब्जा करने की बात कह चुका है. इस पर यूक्रेन का कहना है कि यह कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा.पेसकोव का कहना है कि यूक्रेन में रूसी सेना का अभियान लगातार जारी रह सकता है. उनका कहना है कि युद्ध को खत्म करने का सबसे ठीक तरीका शांति और राजनयिक तौर पर है. वहीं दूसरी ओर यूक्रेन के राष्ट्रपति के शीर्ष सलाहकार मिखाइलो पोडोलियाक ने सैन्य प्रमुखों के हवाले से कहा कि रूस के आक्रमण के खिलाफ नौ महीने से जारी संघर्ष में 10 से 13 हजार यूक्रेनी सैनिकों की मौत हो चुकी है.यूक्रेन के किसी आला अधिकारी की तरफ से अभी तक इस बारे में बहुत कम जानकारी दी गई है. पोडोलियाक ने मारे गए सैनिकों की जो संख्या बताई है, वह पश्चिमी नेताओं के अनुमान से बहुत कम हैं. पोडोलियाक ने कहा कि रूसी बल सीमा रेखा पर बुनियादी ढांचों पर रॉकेट और यूक्रेनी सैनिकों के ठिकानों पर लगातार हवाई हमले कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि रूस की सेना का ध्यान बाखमत और अवदिवका समेत एक दर्जन शहरों पर है.

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