नवाब मलिक की जमानत याचिका पर 5 मई को होगी सुनवाई

महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने अपनी खराब सेहत का हवाला देकर स्पेशल PMLA कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी, जिस पर अब ED ने जवाब दाखिल किया है और इस जमानत याचिका का विरोध किया है।

गौरतलब है कि नवाब मलिक (Nawab Malik) जेजे हॉस्पिटल में एडमिट हैं। उनके वकील का कहना है कि मामले की सुनवाई अभी की जाए क्योंकि उनकी हालत ठीक नहीं है। उन्हें आज स्ट्रेचर पर हॉस्पिटल लेकर जाना पड़ा है।

इस पर ED के वकील ने कहा कि हमे ये जानकारी क्यों नही दी गई कि नवाब (Nawab Malik) की तबीयत खराब है और उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है। ED ने कहा कि नवाब का इलाज जेजे हॉस्पिटल में ही किया जाए, अगर वहां इलाज नहीं होता तो नवाब मलिक को प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कर सकते हैं।

इस पर नवाब के वकील ने कहा कि उनका इलाज एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ही होता है और वहीं होना चाहिए। बता दें कि नवाब को कुछ समय पहले ही जेजे हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है, जहां वो चल नहीं पा रहे हैं।

वहीं ED का कहना है कि जेजे हॉस्पिटल इलाज करने में अगर सक्षम नहीं होगा तो वो एडमिट कर सकते हैं। ईडी मामले की सुनवाई 6 मई को करने की मांग कर रही थी, लेकिन कोर्ट ने कहा है कि सुनवाई से ज्यादा जरूरी आरोपी की हेल्थ है।

हालांकि बाद में ये बात भी सामने आई कि नवाब मलिक (Nawab Malik) की मेडिकल बेल पर 5 मई को सुनवाई होगी। कोर्ट ने जेजे अस्पताल को कहा है कि वह निजी अस्पताल में नवाब मलिक के चल रहे इलाज के संबंध में एक रिपोर्ट तैयार कर अगली सुनवाई तक कोर्ट में सबमिट करे।

कोर्ट ने ईडी को भी निर्देश दिए हैं कि 5 मई को नवाब मलिक के निजी अस्पताल में चल रहे इलाज को लेकर वो भी अपनी एक रिपोर्ट कोर्ट को सौंपे। मलिक के वकील ने कोर्ट से विनती की है कि अस्पताल में नवाब मलिक की बेटी निलोफर और दामाद समीर खान को उनसे मिलने की इजाजत दी जाए। जिसके बाद कोर्ट ने दोनों को मिलने की इजाजत दी है। बता दें कि इस समय महाराष्ट्र में जेलों में बंद 3 बड़े नेता जमानत की कोशिश में है, लेकिन किसी को कोर्ट से  राहत नहीं मिली है। राणा दंपति भड़काऊ बातों और मातोश्री विवाद में, नवाब मलिक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में और अनिल देशमुख 100 करोड़ वसूली केस में जेल में हैं।

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