झारखंड देवघर रोप-वे हादसे का जिम्मेदार कौन? कोर्ट 26 अप्रैल को करेगा सुनवाई

झारखंड के देवघर के त्रिकुट पर्वत पर रोप-वे हादसा मामला गर्मा गया है। इधर देवघर रोप-वे घटना पर झारखंड हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के आदेश दिए हैं। झारखंड हाई कोर्ट इस मामले में 26 अप्रैल को सुनवाई करेगी। कोर्ट ने इसकी उच्च स्तरीय जांच करने को कहा है। इससे पहले राज्य को एक हलफनामे के जरिए विस्तृत जांच रिपोर्ट दाख़िल करने को कहा गया है।  देवघर रोपवे हादसे के लिए जिम्मेदार कौन हैं? इसको लेकर बड़ा सवाल बना हुआ है।देवघर रोप-वे घटना पर रांची में बुधवार को झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि, मुख्यमंत्री जी ने इस मामले की जांच के लिए निर्देश दिए हैं और कमेटी का भी गठन किया जाएगा। पूरी सरकार इस घटना को लेकर गंभीर है। मामले में जो लोग भी दोषी हैं उन पर कार्रवाई की जाएगी। मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उच्च स्तरीय जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार पीड़ितों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की सहायता प्रदान करेगी। घायलों का खर्च भी सरकार उठाएगी।’ बता दें कि, स्थानीय लोग और गाइड साफ तौर पर कह रहे हैं कि दामोदर रोप वे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की लापरवाही इस हादसे की अहम वजह रही। मेंटेनेंस के नाम पर कंपनी खानापूर्ति करती रही है, जो इस हादसे की अहम वजह रही। देवघर रोपवे हादसे के बाद, केंद्रीय गृह सचिव ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने सभी राज्यों से कहा कि रोपवे के लिए एक एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) और आकस्मिक योजना बननी चाहिए। केंद्र के अनुसार भारतीय मानक ब्यूरो के तहत, रोपवे के लिए पहले से तय किए गए संचालन और रखरखाव के मानकों का पालन किया जाना चाहिए हर रोपवे की सुरक्षा व ऑडिट करने के लिए, अनुभव और योग्य फर्मों को काम पर रखा जाना चाहिए। दरअसल त्रिकूट रोपवे की घटना को लेकर, दिल्ली में गृह मंत्रालय ने हाई लेवल मीटिंग की थी।झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन व जस्टिस एसएन प्रसाद की अदालत ने देवघर में रोपवे हादसे पर स्वतः संज्ञान लिया है। अदालत ने राज्य सरकार से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट 25 अप्रैल को मांगी है। कोर्ट ने कहा कि वर्ष 2009 में इस तरह की गड़बड़ी हुई थी, लेकिन उससे सबक नहीं लिया गया और दोबारा घटना हुई है। इस दौरान राज्य सरकार की ओर महाधिवक्ता ने कहा कि मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।झारखंड के देवघर में रोपवे हादसे के करीब 46 घंटे बाद मंगलवार को ऑपरेशन पूरा हुआ। एयरफोर्स और ITBP के जवानों ने हेलिकॉप्टर से 2500 फीट ऊंचाई पर आसमान में फंसे 47 लोगों की जान बचा ली जबकि 2 महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गई। हादसे में घायल हुए 12 से ज्यादा लोगों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

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