आजम खान माफी मांगे या स्पीकर उनपर फैसला लें, सभी दलों के नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष के सामने रखी मांग

नई दिल्ली: पीठासीन अधिकारी रमादेवी पर आपत्तिजनक बयान देकर समाजवादी पार्टी सांसद आजम खान बुरे फंस गए हैं। अब से कुछ देर पहले सर्वदीलय बैठक में सहमति बनी है कि आजम खान विवादित बयान पर बिना शर्त माफी मांगे, अगर आजम अपने बयान पर माफी नहीं मांगते तो लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करें।बता दें कि आजम खान की बदजुबानी को लेकर आज संसद में जमकर हंगामा हुआ था। सांसद रमा देवी ने भी आजम खान के निष्कासन की मांग की थी जिसके बाद लोकसभा स्पीकर ने सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में अधीर रंजन, जयदेव, सुप्रिया सुले, दानिश अली सहित अलग-अलग दलों के कई नेता मौजूद थे। कई महिला सांसदों ने लिखित में शिकायत करते हुए आजम खान को सस्पेंड करने की मांग की है।

बता दें कि आजम खान की लोकसभा स्पीकर की चेयर संभाल रहीं महिला सांसद पर आपत्तिजनक टिप्पणी पर आज फिर सदन में हंगामा हुआ। लोकसभा में महिला सांसदों ने आजम खान की निंदा करते हुए माफी की मांग की। महिला सांसदों का कहना है कि यदि वो माफी नहीं मांगते हैं तो उनकी सदस्यता रद्द कर देनी चाहिए। बीजेपी नेता स्मृति ईरानी और रविशंकर प्रसाद ने आजम खान के निलंबन की मांग की है। बीजेपी के साथ कई अन्य दलों के सदस्यों ने भी आजम खान के बयान का विरोध किया है। वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वे महिलाओं के अपमान का विरोध करते हैं। चौधरी ने इस मामले को संसदीय कमिटी को भेजने की मांग की।

शून्यकाल में निचले सदन में विभिन्न दलों की महिला सांसदों समेत दलों के नेताओं ने अपनी बात रखी। महिला सांसदों ने स्पीकर से ऐसी कार्रवाई करने की मांग की जो ‘नजीर’ बन सके। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विभिन्न दलों के नेताओं एवं सदस्यों की इस मुद्दे बात सुनने के बाद अंत में कहा कि वह सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक कर इस बारे में कोई निर्णय करेंगे।

लोकसभा सदस्य आजम खान के आचरण पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह पुरुषों समेत सभी सांसदों पर ‘‘धब्बा’’ है। इस घटना से पूरा सदन शर्मसार हुआ है । अगर ऐसी घटना सदन के बाहर होती तो पुलिस से संरक्षण मांगा जाता। उन्होंने कहा कि आप ऐसा कुछ करके, बच कर नहीं जा सकते। यह सिर्फ महिला का सवाल नहीं है। आप (स्पीकर) ऐसी कार्रवाई करें कि दोबारा ऐसी बात कहने की कोई हिम्मत न कर सके।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कल जो घटना हुई वह अत्यंत निंदनीय है। कोई महिला बड़ी कठिनाई से ऐसे पद तक पहुंचती है और उसे ऐसा अपमान सहना पड़े यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें राजनीतिक सरोकारों से परे हटकर और एकजुट होकर इसका विरोध करना चाहिए और सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं राकांपा की सुप्रिया सुले ने कहा कि कल की घटना के बाद सिर शर्म से झुक गया है।

वहीं आजम खान की टिप्पणी को लेकर खुद रमा देवी ने उनकी निंदा की है, जिनको लेकर उन्होंने आपत्तिजनक बात कही थी। बीजेपी की सांसद रमा देवी ने आजम पर बरसते हुए कहा, ‘उन्होंने कभी महिलाओं का सम्मान नहीं किया। हम सभी जानते हैं कि जया प्रदा जी के बारे में उन्होंने कैसी बातें कहीं। उन्हें लोकसभा में रहने का कोई अधिकार नहीं है।’

बता दें कि आजम खान जब ‘मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2019’ पर सदन में हो रही चर्चा में भाग ले रहे थे तो पीठासीन सभापति रमा देवी ने उनसे आसन की ओर देखकर बोलने को कहा। इस पर खान ने कुछ ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी की जिस पर भाजपा के सदस्यों ने जोरदार विरोध किया। पीठासीन सभापति रमा देवी भी कहते सुनी गयीं कि यह बोलना ठीक नहीं है और इसे रिकॉर्ड से हटाया जाना चाहिए।

उन्होंने इसके लिए आजम खान से माफी मांगने को भी कहा। हालांकि आजम खान ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा ‘‘आप मेरी प्यारी बहन हैं।’’ बहरहाल, भाजपा के सदस्य माफी पर अड़े रहे और टीका-टिप्पणी जारी रही। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, वन और पर्यावरण राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो तथा गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने आसन से मांग की कि सपा सदस्य आजम खान को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने का निर्देश दिया जाना चाहिए।

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