अफगानिस्तान के हालात को लेकर मलाला यूसुफजई चिंतित

काबुल। अफगानिस्तान की मौजूद स्थिति को लेकर नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि तालिबान ने अफगानिस्तान को कब्जे में लिया है और हम यह स्तब्ध हो कर देख रहे हैं। मैं महिलाओं, अल्पसंख्यकों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के लिए चिंतित हूं। इस दौरान मलाला ने अफगानिस्तान संकट को लेकर जो बाइडेन समेत दुनिया के तमाम मुल्कों के नेताओं से तत्काल कार्रवाई करने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट किया कि वैश्विक और क्षेत्रीय ताकतों को तत्काल संघर्ष विराम की मांग करनी चाहिए। तत्काल मानवीय सहायता मुहैया कराएं, शरणार्थियों और नागरिकों की रक्षा करें।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मलाला ने इसे मानवीय संकट बताया और मदद मुहैया कराने की अपील की। मलाला ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को पत्र लिखकर अफगान शरणार्थियों को शरण देने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने पत्र में लिखा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि शरणार्थी बच्चों की शिक्षा तक पहुंच होनी चाहिए।

तालिबान ने हमले की दी थी धमकी

सामाजिक कार्यकर्ता मलाला को लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाने पर तालिबानियों के निशाने पर आ गईं थीं। मलाल को तालिबान के चरमपंथियों ने स्वात इलाके में सिर पर गोली मारी थी। गंभीर रूप से जख्मी मलाला का उपचार पहले पाकिस्तान में हुआ और फिर उन्हें ब्रिटेन ले जाया गया। मलाला ने पिछले साल ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की।

गौरतलब है कि हमले के बाद तालिबान ने एक बयान जारी भी किया था। जिसमें कहा गया था कि अगर मलाला बच जाती है तो उस पर फिर से हमला करेंगे।

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