भारत-रूस के संबंध कई गुना बढ़े और आने वाले समय में हमारे संबंध और गहरे होंगे-PM मोदी

शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच हुई बैठक के दौरान पुतिन ने पीएम मोदी को रूस आने का न्योता दिया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी कई बार फोन पर बातचीत हुई है. हमें मिलकर काम करना होगा. आज का युग युद्ध का नहीं है. पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत-रूस के संबंध कई गुना बढ़े और आने वाले समय में हमारे संबंध और गहरे होंगे.

पीएम मोदी ने कहा कि 22 साल से हमारी दोस्ती मजबूत हो रही है. उन्होंने कहा कि हम शांति के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे. वहीं, बातचीत के दौरान पुतिन ने पीएम मोदी को जन्मदिन की बधाई दी. यूक्रेन युद्ध को लेकर पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री इससे अवगत हैं. युद्ध जल्द खत्म करना चाहता हूं. इसके अलावा भारत को आजादी के 75 साल होने पर पुतिन ने बधाई दी.

भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे अधिक होगी

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ के शिखर सम्मेलन में खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा संकट से निपटने के लिए लचीली आपूर्ति शृंखला की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि भारत की आर्थिक विकास दर इस साल 7.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जो दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक होगी.

पीएम मोदी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद दुनिया के सामने आर्थिक रूप से पटरी पर लौटने की चुनौती है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 और यूक्रेन में उपजे हालात के कारण वैश्विक आपूर्ति शृंखला बाधित हुई है, जिससे खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा संकट पैदा हुआ.

मोदी ने भारत के आर्थिक विकास का जिक्र करते हुए कहा कि भारत एक विनिर्माण केंद्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में इस साल 7.5 प्रतिशत की दर से वृद्धि होने की उम्मीद है और यह दर दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक होगी. मोदी ने कहा कि भारत एससीओ देशों के बीच आपसी विश्वास और सहयोग का समर्थन करता है.

उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति ने PM मोदी का गर्मजोशी से किया स्वागत

आठ देशों के इस प्रभावशाली समूह का शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब यूक्रेन पर रूस के हमले और ताइवान जलडमरूमध्य में चीन के आक्रामक सैन्य रुख के कारण भू-राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है. शिखर सम्मेलन के सीमित प्रारूप के दौरान विचार-विमर्श से पहले, समूह के स्थायी सदस्यों के नेताओं ने एक साथ तस्वीर खिंचवाई. शिखर सम्मेलन के परिसर में उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव ने मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया.

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