BJP से अभी खत्म नहीं हुई है CM चंद्रबाबू नायडू की नाराजगी

आंध्र प्रदेश : आम बजट में आंध्र प्रदेश को ज्यादा फंड नहीं मिलने से बीजेपी से नाराज सीएम चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र सरकार के विरोध में बयान दिया है. सीएम नायडू ने कहा कि केंद्र को हमारे राज्य के साथ न्याय करना चाहिए. उन्होंने केंद्र को घेरते हुए कहा कि मैं अपने राज्य के लिए सिर्फ न्याय की मांग कर रहा हूं, लेकिन बीजेपी और YSRCP मेरी आलोचना कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस मुझ पर आरोप लगा रही है, जो अच्छी बात नहीं है. विभाजन के समय भी कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश के साथ अन्याय किया था और अब बीजेपी किए गए वादे के अनुसार नहीं काम कर रही है.

पार्टी के सांसद इस्तीफा देना चाहते हैं   
सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि हमारे कुछ सांसद इस्तीफा देने की बात कर रहे हैं. अगर हमारे सांसद इस्तीफा देंगे, तो हमारे राज्य की लड़ाई कौन लड़ेगा. कोई आत्मविश्वास प्रस्ताव अंतिम उपाय नहीं होना चाहिए और हम इस तरह के प्रस्ताव को आसानी से नहीं लाएंगे. हमें कम से कम 54 सांसदों की जरूरत है, लेकिन हमारे सांसदों की संख्या इतनी नहीं है.

बजट में उपेक्षा के बाद पार्टी की इमर्जेंसी बैठक
दरअसल, बजट में आंध्र प्रदेश को ज्यादा फंड नहीं मिलने से तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के सांसद को दुख हुआ और सासंदों ने बीजेपी का विरोध किया. सांसदों ने इस्तीफा देने की बात की और कहा कि हमें गठबंधन से अलग हो जाना चाहिए. उसके बाद टीडीपी के अध्यक्ष और सीएम चंद्रबाबू नायडू ने पार्टी की इमर्जेंसी बैठक बुलाई थी और बैठक में सांसदों से कहा था कि बजट में आंध्र प्रदेश के लिए फंड के आवंटन से वह बेहद असंतुष्ट हैं. बैठक में उन्होंने कहा था कि भाजपा को तय करना है कि वह इस फैसले का कैसे बचाव करती है. हमलोग प्रदेश की जनता को बताएंगे कि कैसे बजट में आंध्र प्रदेश की पूरी तरह उपेक्षा की गई.

अमित शाह के एक फोन से सीएम नायडू हो गए थे शांत
पिछले महीने बीजेपी-टीडीपी गठबंधन जब टूटने के कगार पर थी, तब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने टीडीपी अध्यक्ष और प्रदेश के सीएम चंद्र बाबू नायडू को फोन किया था. अमित शाह के फोन करने के बाद बीजेपी-टीडीपी गठबंधन पर आया संकट टल गया था. हालांकि, केंद्रीय मंत्री वाईएस चौधरी ने कहा था कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की ना तो शिवसेना से कोई बात हुई है ना ही अमित शाह से.

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