‘अविश्वास प्रस्ताव से पीएम मोदी का मौनव्रत तोड़ना चाहते हैं’, बोले कांग्रेस के गौरव गोगोई

New Delhi:केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज से लोकसभा में चर्चा शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने इस प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत की है. इस चर्चा में राहुल गांधी भी शामिल होने वाले हैं. तीन दिनों तक 18 घंटे संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी. इसके बाद 10 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस चर्चा का जवाब देंगे.

गोगोई ने संसद में कहा कि प्रधानमंत्री को छवि से लगाव है. उन्हें ड्रग्स की समस्या या दूसरी समस्याओं से मतलब नहीं है. पीएम मोदी के मौन रहने का दूसरा कारण है कि गृह विभाग और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विफल रहे हैं. पांच हजार से ज्यादा हथियार लोगों के हाथ में हैं. भीड़ थाने में घुसकर हथियार ले गई है, जिसमें इंसास, एके-47 के साथ ही 6 लाख गोलियां लोगों के बीच में हैं. क्या ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा नहीं है? ये गोलियां मणिपुर की पुलिस और निहत्थे लोगों पर चलाई जाएंगी. ये हथियार बस मणिपुर तक सीमित नहीं रहेंगे, भारत के अलग-अलग हिस्सों तक जाएंगे और अशांति फैलाएंगे. दुख की बात है कि मुख्यमंत्री केंद्र सरकार और असम राइफल्स पर निशाना साध रहे हैं. मुख्यमंत्री के घर के विधायक पूछ रहे हैं कि केंद्रीय बल क्या कर रहे हैं, ये हथियार कहां से आए. आज ऐसी स्थिति बन गई है कि मणिपुर पुलिस केंद्रीय बल और केंद्रीय बल मणिपुर पुलिस पर उंगली उठा रहे हैं. गृह मंत्री से पूछना चाहूंगा कि 51 सदस्यों की पीस कमेटी बनाई, लेकिन इसकी बैठक कितनी बार हुई? यूकेएलएफ का चीफ लीगल बयान में ये कहता है कि बीजेपी ने उग्रपंथी संगठन का सहयोग लिया. ये है इनका राष्ट्रवाद, जो देश की अखंडता के साथ खिलवाड़ कर रहा है. पूर्वोत्तर में सभी बड़े-बड़े वादे विफल रहे हैं.

‘ड्रग्स माफिया पकड़ा गया तो CM दफ्तर से आया फोन’

कांग्रेस सांसद गोगोई ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम दुख की घड़ी में संवेदना के साथ वहां (मणिपुर) गए तो आप कहते हो कि फोटो के लिए गए. आप कहते हैं कि सब नॉर्मल है, स्थिर है. लेकिन आज भी बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, इंटरनेट नहीं है. वीडियो वायरल नहीं होता तो शायद पीएम मोदी आज भी मौन रहते. गोगोई ने मणिपुर के सीएम पर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री कहते हैं कि ये सब ड्रग्स के लिए हुआ है. जब पुलिस ने एक ड्रग्स माफिया एल इटोचा को पकड़ा तो मुख्यमंत्री दफ्तर से फोन गया कि इसे रिहा करो. वे एक ऑटोनोमस डिस्ट्रिक्ट के चेयरमैन हैं, पीएचई के भाई हैं. ये बात हम नहीं कह रहे हैं, मेडल प्राप्त अधिकारी ने कही है. उन्होंने मेडल वापस कर दिया है. गोगोई ने 2017 से 2023 के बीच नार्कोटिक्स के उत्पादन से संबंधित रिपोर्ट्स का उल्लेख कर भी सरकार को घेरा.

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