मेरी हत्या की साजिश और मतगणना को प्रभावित करने के प्रयास में लगा है प्रशासन: आजम

रामपुर। लोकसभा चुनाव का छह चरण पूरा हो चुका है और आखिरी चरण का मतदान 19 मई को होना है। अपने बयानों और विवादों से चर्चा में रहने वाले आजम खान ने लोकसभा चुनाव 2019 में दो बार प्रतिबंध और चुनाव आयोग के आधा दर्जन से अधिक आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस झेलने वाले सामाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर से प्रत्याशी आजम खान ने प्रशासन को ही आरोपों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। आजम खान ने कहा है कि जिला प्रशासन के अधिकारी उनकी हत्या कराना चाहते हैं। आजम ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए मतगणना में धांधली की आशंका भी जताई है। आजम खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, वो तो चुनाव आयोग का बस नहीं चल रहा वरना वो तो सीधे ही मोदी जी को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिला दे। आजम ने आरोप लगाया कि आयोग मोदीमय हो गए हैं कि कुछ सुनने को तैयार नहीं हैं, अगर इस देश को इंसाफ मिल पा रहा है तो कोर्ट के कारण।उन्होंने कहा,” चुनाव आयोग, देश और प्रदेश की सरकार को मेरी बात का संज्ञान लेना चाहिए कि हमारे जैसे लोगों को मार देने से देश का उद्धार होने वाला नहीं है। हमें मारने की भूमिका तैयार कर ली गई है। रामपुर में कर्फ्यू लगाकर मतगणना कराने की भूमिका तैयार कर ली गई है। आजम ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमारा वोट तो नहीं रोका जा सका लेकिन हमारे वोटों की गिनती को प्रभावित करने के लिए रामपुर का प्रशासन जो भूमिका तैयार कर रहा है उसमें मेरी सुनिश्चित जानकारी ये है कि एडीएम जिन्हें डीएम साहब लेकर आए हैं उन्होंने पुलिस में शिकायत दी है जिसमें मेरे से जान का खतरा बताया गया है। आजम ने कहा,”ये पेशबंदी है अधिकारियों की मुझे मारने के लिए। पहले यही होता था… कि अमुक से हमें खतरा है. पहले चार-पांच बार थाने में दरखास्त दी जाती थी और फिर उसे मार दिया जाता था. रामपुर का प्रशासन यही कर रहा है, मुझे मारने और मेरी गिनती को प्रभावित करने के लिए।

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