‘बेहद खराब’ हुई दिल्ली की हवा, 31 अक्टूबर तक कोई राहत नहीं

नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता मंगलवार को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, रोहिणी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 346, आरके पुरम में 329, आनंद विहार में 377 और मुंडका में 363 है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता 31 अक्टूबर तक ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने का अनुमान है। यहां सोमवार को 243 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 353 दर्ज किया। यह रविवार को 349, शनिवार को 345 और शुक्रवार को 366 था।

वहीं, आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार जल्द ही एक नया कानून लाएगी। पर्यावरण मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। पर्यावरण सचिव आरपी गुप्ता ने कहा, ”नया कानून केवल दिल्ली और एनसीआर के लिए होगा। यह जल्द ही सामने आएगा। इसके जुर्माने संबंधी सूचना पर मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। यह नया कानून केवल दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए है। वायु कानून राष्ट्र के लिए है और यह जस का तस रहेगा।” उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता के खराब होते स्तर को लेकर चिंता जताई थी और केंद्र ने उच्चतम न्यायालय को बताया था कि वह प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नया कानून लाएगा और उसके समक्ष चार दिन के भीतर एक प्रस्ताव पेश करेगा। इसके बाद ही गुप्ता की यह प्रतिक्रिया सामने आई है। वहीं, सोमवार को भी लगातार चौथे दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक के तहत वायु गुणवत्ता का स्तर 353 रहा जो ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में आता है।

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