नवाब मलिक के आरोपों के बाद समीर वानखेड़े दिल्ली पहुंचे, SC कमीशन के अध्यक्ष को दिखाए दस्तावेज

एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) द्वारा लगाए जा रहे लगातार आरोपों के बाद एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) आज (1 नवंबर, सोमवार) दिल्ली पहुंचे. उन्होंने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (National Commission for Schedule Caste- NCSC) के अध्यक्ष सुभाष रामनाथ पारधी (Subhash Ramnath Pardhi) से मुलाकात की.

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष से दिल्ली में हुई इस मुलाकात के बाद समीर वानखेड़े ने कहा, ” जो भी तथ्य और दस्तावेज कमीशन के द्वारा मुझसे मांगे गए थे, वे मैंने प्रस्तुत किए  हैं. मेरी शिकायत की जांच की जाएगी और जल्दी ही कमीशन के अध्यक्ष इसपर अपना जवाब देंगे.”  समीर वानखेड़े ने एससी कमीशन के सामने अपने तलाक से जुड़े दस्तावेज, मैरेज सर्टिफिकेट, एससी सर्टिफिकेट और पहली पत्नी से हुए बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट जमा किए.

समीर वानखेड़े से मुलाकात के बाद NCSC के चेयरमैन सुभाष रामनाथ पारधी की प्रतिक्रिया

इस मुलाकात के संबंध में NCSC के चेयरमैन सुभाष रामनाथ पारधी ने कहा, “समीर वानखेड़े आयोग के सामने संबंधित मुद्दे रखने के लिए आए थे. हम उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेज को देखेंगे और उनकी पड़ताल करेंगे.”

NCSC समीर वानखेड़े को क्लीनचिट नहीं दे सकती- नवाब मलिक

नवाब मलिक ने आज फिर समीर वानखेड़े पर यह आरोप लगाया कि वे मुसलमान हैं और उन्होंने फर्जी जाति प्रमाणपत्र के आधार पर आरक्षण का लाभ लिया और आईआरएस की नौकरी पाई. नवाब मलिक ने एनसीएससी के उपाध्यक्ष अरुण हलदर और वानखेड़े के बीच मुलाकात पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि, “अरुण हलदर बीजेपी के नेता हैं. लेकिन वे एक वैधानिक पद पर बैठे हैं. उन्हें अपने पद की गरिमा का खयाल रखना चाहिए. वे समीर वानखेड़े के घर जाकर उनके दस्तावेज की जांच करते हैं और क्लीन चिट दे देते हैं. क्लीनचिट देने का अधिकार उनके पास है ही नहीं. ”

बता दें कि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (NCSC) के उपाध्यक्ष अरुण हलदर (Arun Haldar) ने  समीर वानखेड़े के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी. उन्होंने कहा था, ‘एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े  के कागजात मैंने देखे हैं. वानखेड़े ने कभी धर्म बदला हो, ऐसा अब तक दिखाई नहीं दिया.’

राष्ट्रपति से शिकायत करेंगे नवाब मलिक

नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े को एनसीएससी के उपाध्यक्ष द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के खिलाफ राष्ट्रपति से शिकायत करने का ऐलान कर दिया है. नवाब मलिक ने कहा- ”रविवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष और बीजेपी नेता अरुण हलदर ने समीर वानखेड़े के घर का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने समीर को क्लीन चिट भी दे दी. उन्हें पहले इस मामले की एक जांच करनी चाहिए थी और एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपनी चाहिए थी. हम राष्ट्रपति से उनकी शिकायत करेंगे.”

सिर्फ अरुण हलदर ही नहीं केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने भी समीर वानखेड़े का समर्थन किया है. लेकिन नवाब मलिक ने फिर कहा कि मैं अपने बात पर अब भी कायम हूं कि वो एससी सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़ा करके उस पद पर बैठे हैं, उन्होंने एक गरीब एससी का अधिकार छीना है. उन्होंने कहा कि यह बात भी बिल्कुल सच है कि समीर वानखेड़े ने धर्म परिवर्तन नहीं किया क्योंकि वे जन्म से मुसलमान हैं, उनके पिता ने धर्म परिवर्तन किया था.

समीर वानखेड़े पर गर्व है: अरुण हलदर

अरुण हलदर ने रविवार को मुलाक़ात के बाद कहा कि समीर वानखेड़े ने जो काम किया है वह एनसीबी के लिए गर्व की बात है. वानखेड़े ने हमेशा ईमानदारी से काम करने की कोशिश की जिसके चलते वह राजनीतिक तूफान के फंस गए. उन्होंने कहा कि वानखेड़े पर व्यक्तिगत आरोप लगाना गलत है.

अरुण हलदर रविवार को समीर वानखेड़े के घर पहुंचे थे और जाति से संबंधित प्रमाण पत्र की जांच करने के बाद कहा कि उन्होंने जो कागजात दिखाए उन्हें देखने के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि वह अनुसूचित जाति के महार समाज से संबंध रखते हैं. उन्होंने बताया कि समीर की मां मुस्लिम थी जिनका देहांत हो चुका है और उनकी पहली शादी मुस्लिम महिला से हुई थी जिसका पंजीकरण स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत हुआ था. अरुण हलदर ने कहा कि यह विवाह अंतरधार्मिक विवाह में मान्य है.

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