अभिजीत को नोबेल पुरस्कार, गांगुली को BCCI अध्यक्ष बनने का मौका मिला, बंगाल के लिए गर्व : ममता

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लिए यह गर्व की बात है प्रदेश के रत्नों ने दुनिया भर में बंगाल का नाम रौशन किया है। दरअसल, अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के लिए भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी के नाम की घोषणा होने और पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध नामांकन को ममता बनर्जी ने पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय बताया है।
बता दे, अर्थशास्त्र के क्षेत्र में भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी, उनकी पत्नी एस्थर डफ्लो और माइकल क्रेमर को ‘वैश्विक गरीबी खत्म करने के प्रयोग’ के उनके शोध के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने का एलान किया गया है। अभिजीत बनर्जी फिलहाल मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं।

उन्होंने 1981 में कोलकाता यूनिवर्सिटी से बीएससी, 1983 में जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमए, फिर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की। वह और उनकी पत्नी डफ्लो अब्दुल लतीफ जमील पॉवर्टी एक्शन लैब के सह-संस्थापक भी हैं।

निर्विरोध बीसीसीआई के अध्यक्ष चुने जाएंगे सौरव गांगुली…

पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने सोमवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नए अध्यक्ष होंगे। इस पद के लिए वह आवेदन करने वाले एकमात्र उम्मीदवार थे। मतलब अगर यह कहा जाए कि गांगुली निर्विरोध ही बीसीसीआई के अध्यक्ष बनने वाले हैं तो कहना गलत नहीं होगा। हालांकि उनके निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा 23 अक्टूबर को होगी। 10 महीने के लिए बोर्ड के अध्यक्ष बनने वाले गांगुली पांच साल दो महीने से बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।

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