अफगान संकट को लेकर पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को घेरा, पाकिस्तान पर भी उठाए सवाल

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अफगान संकट को लेकर यूएन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए आतंकवाद को लेकर दुनिया को चेताया। पीएम मोदी ने कहा कि यूएन आतंकवाद को रोकने में सफल नहीं रहा। अफगान संकट के वक्त भी यूएन सवालों के घेरे में रहा है। यूएन के तरीके पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। यूएन को सफल होना है तो सुधार लाना होगा, यूएन को विश्वसनीयता बढ़ानी होगी। चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया को विस्तारवाद पर लगाम लगानी होगी। विस्तारवाद की मंशा दुनिया के लिए खतरा है। अफगानिस्तान को पाकिस्तान टूल की तरह इस्तेमाल ना करे। विस्तारवादी सोच को रोकना होगा।

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76 वें सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि ये सुनिश्चित किया जाना बहुत ज़रूरी है कि अफ़ग़ानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने और आतंकी हमलों के लिए न हो। हमारे समुद्र भी हमारी साझी विरासत है इसलिए हमें ये ध्यान रखना होगा कि ओसियन रिसोर्सेज को हम यूज करें अब्यूज नहीं। हमारे समुद्र अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की लाइफलाइन भी हैं। इन्हें हमें एक्सपैंशन और एक्सक्लूजन की दौड़ से बचाकर रखना होगा। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को एक साथ आना होगा। आतंकवाद को जो टूल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे उनके लिए भी बड़ा खतरा।

वैक्सीन मैन्युफैक्चर्स को भारत आने का दिया न्यौता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76 वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि एक छोटा बच्चा जो कभी एक रेलवे स्टेशन की टी स्टॉल पर अपने पिता की मदद करता था वो आज चौथी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर UNGA को संबोधित कर रहा है। मैं आज दुनिया भर के वैक्सीन मैन्युफैक्चर्स को भी आमंत्रित करता हूं कि आइए और भारत में वैक्सीन बनाइए।

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