अटकलों पर लगा विराम,कांग्रेसी ही रहेंगे कमलनाथ,नहीं होंगे कमल के साथ
New Delhi: बीते दो दिनों से चल रही कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के बीजेपी में शामिल होने के खबरों पर विराम लग गया है.कुछ दिनों से कमलनाथ और उनके सांसद बेटे नुकुलनाथ के कांग्रेस छोड़कर सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल होने की अटकलें चल रही थीं. लेकिन, अब अटकलबाजियों पर विराम लग गया है.
मतभेद था मनभेद नहीं
कमलनाथ के आवास पर सांसद सज्जन वर्मा सहित कुछ लोगों की दो घंटे की बैठक चली. सज्जन वर्मा का कहना है कि कमलनाथ ने कांग्रेस नहीं छोड़ रहे. उन्होंने बताया कि कमलनाथ ने खुद मीटिंग में इस बात को कहा है. कमलनाथ ने मीटिंग में साफ तौर पे कहा है कि वो कल भी कांग्रेसी थे, वो आज भी कांग्रेसी हैं और वो ताउम्र कांग्रेस में रहेंगे. कांग्रेस में अंदरूनी मतभेद जरूर था लेकिन मनभेद नहीं है. अब सब सुलझ गया है और वो कांग्रेस को छोड़कर कहीं कहीं नहीं जाएंगे. ऐसे में नकुलनाथ को लेकर जो अटकलें लगाई जा रही थीं, उस पर भी उन्होंने बयान देते हुए कहा कि जब पिता नहीं जाएगा तो बेटा कहां जाएगा कांग्रेस छोड़ के.
उन्होंने आगे कहा कि जाने का सवाल ही नहीं उठता, जिस आदमी ने कांग्रेस के साथ 40 साल बिताए हैं, वो ऐसे पार्टी छोड़कर जा ही नहीं सकते. वह बहुत जल्दी भोपाल जाकर लोकसभा की तैयारी करेंगे. नुकलनाथ भी कहीं नहीं जाएंगे, वो छिंदवाड़ा से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. सज्जन वर्मा का कहना है कि कमलनाथ ने कहा है कि वो मीडिया से बात नहीं करेंगे, कहा, मैं अफवाह का जवाब देने नहीं जाऊंगा, पता नहीं कहां से ये अफवाह उठी है.
राज्यसभा सीट नहीं मिलने से कमलनाथ नाखुश
सोनिया गांधी से बात करने के बाद भी राज्यसभा की सीट नहीं मिलने से कमलनाथ परिवार नाखुश हुआ. कमलनाथ ने सोनिया को कहा था कि ये आखिरी चीज मैं मांग रहा हूं. इसके 6 साल बाद मैं 85 साल का हो जाऊंगा और रिटायर हो जाऊंगा. दरअसल, कमलनाथ को लगता है कि वो खुद तो लोकसभा लड़कर छिंदवाड़ा जीत लेंगे, लेकिन नकुलनाथ को लेकर संदेश है. इसलिए वो राज्यसभा सीट उसी तर्ज पर चाहते थे जैसे सोनिया ने ली और वो राज्यसभा सांसद बनकर सक्रिय रहें और नकुल का प्रचार करें.
खराब प्रदर्शन के चलते छोड़ा था अध्यक्ष पद
जानकारी रहे कि बीते कुछ दिनों से कमलनाथ और नुकुलनाथ के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने की अटकलें थीं. मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ छिंदवारा से 9 बार सांसद रह चुके हैं. मौजूदा वक्त में वे इस स्थान से विधायक हैं. बीते साल नवंबर में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था.