पुतिन-किम जोंग की मीटिंग खत्म, 4 घंटे चली बातचीत
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग के बीच आखिरकार मुलाकात हो गई। इस मुलाकात पर दुनिया की नजर है। पुतिन ने चार साल बाद रूस आए किम जोंग का गर्मजोशी से स्वागत किया। फिर वे किम को साइबेरियाई रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र ले गए। अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ जारी टकराव के बीच रूस और उत्तर कोरिया के नेताओं की मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है। खासकर रूस के लिए, जो डेढ़ साल से यूक्रेन से जंग लड़ रहा है। इस मुलाकात से अमेरिका और पश्चिमी देशों की टेंशन भी बढ़ गई है।
रूस और उत्तर कोरिया के नेताओं ने देश के सुदूर पूर्वी क्षेत्र में साइबेरियाई रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र में मुलाकात की। यह मुलाकात यह प्रतीत कराती है कि अमेरिका के साथ जारी टकराव के बीच दोनों नेताओं के हित कैसे एक हो रहे हैं। दोनों नेताओं ने मुलाकात के बाद सोयूज-2 अंतरिक्ष रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र का दौरा किया। इस दौरान उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने उन रॉकेट के बारे में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से प्रश्न पूछे। इस मुलाकात से कुछ देर पहले ही उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल दागीं जो समुद्र में गिर गई। इस बात का दावा जापान ने किया।
सैन्य सहयोग के बारे में पुतिन ने कही ये बात
वोस्तोचनी कॉस्मोड्रोम (एक प्रमुख रूसी अंतरिक्ष यान प्रक्षेपण केंद्र) में मुलाकात का दोनों नेताओं का फैसला यह दर्शाता है कि किम अपने सैन्य टोही उपग्रह विकसित करने के प्रयासों में रूस से तकनीकी सहायता चाहते हैं, जिसे वह अपनी परमाणु मिसाइल क्षमता में इजाफा के लिए अहम मानते हैं। हाल के महीनों में उत्तर कोरिया अपने पहले सैन्य जासूसी उपग्रह को आर्बिट में पहुंचाने में कई बार नाकाम रहा है। क्या रूस उत्तर कोरिया को उपग्रह बनाने में मदद करेगा, इस सवाल पर रूस की सरकारी मीडिया ने पुतिन के हवाले से कहा, ‘इसलिए हम यहां आए हैं। उत्तर कोरिया के नेता रॉकेट टेक्नोलॉजी में गहरी दिलचस्पी रखते हैं और वे इस क्षेत्र में अपना स्थान बनाने की कोशिश कर रहे हैं।’ सैन्य सहयोग के बारे में पूछे जाने पर पुतिन ने कहा, ‘हम बिना किसी हड़बड़ी के सभी मुद्दों पर बात करेंगे। अभी इसमें समय है।’
रूस की सरकारी मीडिया ने बताया कि किम उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग से अत्याधुनिक सुविधाओं और भारी हथियारों से लैस ट्रेन से लाई गई लिमोजीन कार के जरिये वोस्तोचनी कॉस्मोड्रोम पहुंचे। पुतिन ने कॉस्मोड्रोम के प्रवेश द्वार पर किम का स्वागत किया। दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और पुतिन ने कहा कि उन्हें ‘किम को देखकर बेहद खुशी हो रही है’। किम के दुभाषिए ने गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए पुतिन का धन्यवाद किया और अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बावजूद किम को आमंत्रित करने के लिए पुतिन का आभार जताया।
उत्तर कोरिया से मुलाकात को लेकर रूस की यह है मंशा
पुतिन के लिए किम के साथ यह बैठक गोला-बारूद के भंडार को फिर से भरने का एक अवसर है जो 18 महीने के युद्ध के कारण खत्म होता दिखाई दे रहा है। किम के लिए यह संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों और वर्षों के राजनयिक अलगाव से बचने का एक मौका है। उम्मीद है कि किम आर्थिक सहायता और सैन्य टेक्नोलॉजी की मांग करेंगे, हालांकि उत्तर कोरिया के साथ हथियारों का सौदा उन अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का उल्लंघन होगा जिनका रूस ने पूर्व में समर्थन किया था। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने तुरंत यह नहीं बताया कि उत्तर कोरिया की मिसाइलें कितनी दूर तक उड़ीं। जापान के तट रक्षक ने टोक्यो के रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया कि मिसाइलें संभवतः पहले ही समुद्र में गिर चुकी हैं लेकिन फिर भी उन्होंने जहाजों से गिरने वाली वस्तुओं पर नजर रखने का आग्रह किया है।