पठानकोट में लगे सनी देओल के ‘लापता’ होने के पोस्टर

गुरदासपुर से भाजपा सांसद सनी देओल के उनके निर्वाचन क्षेत्र में पोस्टर लगने शुरू हो गए हैं। 2019 के चुनाव में गुरदासपुर से सनी देओल भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। लेकिन गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र में ही पड़ने वाले पठानकोट में सनी देओल के गुमशुदगी के पोस्टर दीवारों पर चिपकाए जा रहे हैं। विभिन्न घरों, रेलवे स्टेशन, वाहन और दीवारों पर सनी देओल के लापता होने के पोस्टर चिपकाए गए हैं। इसके साथ ही दावा किया जा रहा है कि गुरदासपुर से सांसद बनने के बाद सनी देओल अपने संसदीय क्षेत्र में कभी आए ही नहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट की माने तो सनी देओल अपने संसदीय क्षेत्र में काफी कम सक्रिय रहते हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि सांसद बनने के बाद वे कभी गुरदासपुर नहीं गए। वह खुद को पंजाब का बेटा कहते हैं लेकिन उसने कोई औद्योगिक विकास नहीं किया है, एमपी फंड आवंटित नहीं किया है या यहां केंद्र सरकार की कोई योजना नहीं लाई है। एक प्रदर्शनकारी स्थानीय का कहना है कि अगर वह काम नहीं करना चाहते हैं, तो उन्हें अपना इस्तीफा दे देना चाहिए। आपको बता दें कि हाल में ही हुए उपराष्ट्रपति चुनाव और राष्ट्रपति चुनाव में भी सनी देओल ने वोट नहीं डाला था। बताया जा रहा था कि वह इलाज के लिए बाहर गए हुए हैं। सनी देओल धर्मेंद्र के बेटे हैं। उन्होंने फिल्मों में काफी अभिनय किया है। 2019 चुनाव से पहले वे भाजपा में शामिल हुए थे और पार्टी ने उन्हें गुरदासपुर से उम्मीदवार बनाया था। पंजाब में गुरदासपुर में भाजपा की अच्छी पकड़ मानी जाती है। भाजपा ने अब तक गुरदासपुर में 5 लोकसभा के चुनाव जीते हैं। फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना ने गुरदासपुर से चार बार चुनाव जीता था। पहली बार उन्हें 1998 में जीत मिली थी। 1999 में भी उन्हें जीत मिली। 2004 में भी गुरदासपुर से विनोद खन्ना सांसद बने थे। 2014 में गुरदासपुर से विनोद खन्ना विजयी हुए थे। हालांकि, उनके निधन पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से सुनील जाखड़ ने जीत हासिल की थी। 2019 में सनी देओल को भाजपा ने गुरदासपुर से टिकट दिया था। सनी देओल ने सुनील जाखड़ को हराया था। हालांकि, अब सुनील जाखड़ भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं।

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