नई दिल्ली: चीन का स्पेस स्टेशन ‘टियागोंग-1’ दुनिया के 80 प्रतिशत शहरों के लिए खतरा बन गया है. 2011 में लॉन्च किए गए इस स्पेस स्टेशन पर से चीन के वैज्ञानिकों ने 2016 में नियंत्रण खो दिया था. तब से ही ये अंतरिक्ष में घूम रहा है. लेकिन अब ये धरती की ओर बढ़ रहा है. धरती की ओर आते हुए ये कई टुकड़ों में बंट जाएगा, जो दुनिया के 80 प्रतिशत शहरों में गिर सकते हैं. सबसे बड़ा खतरा स्पेस स्टेशन में मौजूद फ्यूल है, जिसमें हाइड्रोजन मिला हुआ है. बताया जा रहा है कि 38 शहरों पर इसका सबसे ज्यादा खतरा है.
31 मार्च से 1 अप्रैल के बीच गिरेगा मलबा
जानकारी के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने पहले ‘टियागोंग-1’ स्पेस स्टेशन के धरती पर तीन अप्रैल या उसके बाद गिरने की आशंका जताई थी. लेकिन अब ये तारीख एक दो दिन पीछे खिसक गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि स्पेस स्टेशन धरती की कक्षा में प्रवेश कर चुका है. ऐसे में 31 मार्च से 1 अप्रैल के बीच कभी भी ये धरती पर गिर सकता है.
स्पेस स्टेशन में मौजूद फ्यूल है बड़ी चिंता
वैज्ञानिकों का कहना है कि ‘टियागोंग-1’ साल 2016 से ही अंतरिक्ष में घूम रहा है. इस वजह से वो काफी हद तक नष्ट हो चुका है. अब इसका सिर्फ मलबा ही बचा है जो 100 किलो का है. हालांकि, मलबे से ज्यादा चिंता का विषय उसमें मौजूद जला हुआ फ्यूल है.
फ्यूल में मौजूद हाइड्रोजन लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है. जिन शहरों में ये स्पेस स्टेशन का फ्यूल गिरेगा वहां की हवा में हाइड्रोजन मिल जाएगा. इससे लोगों को आखों और गले में जलन, थकान जैसी समस्याओं के साथ ही कैंसर होने का भी खतरा है. बताया जा रहा है दुनिया के 80 प्रतिशत शहर में से 38 शहरों पर इसका सबसे ज्यादा खतरा हैं. इन शहरों में न्यूयॉर्क, बार्सिलोना, रोम, मैड्रिड, बीजिंग, इस्तांबुल आदि शामिल हैं.