ताशकंद में SCO रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल हुए राजनाथ सिंह, आतंकवाद को बताया वैश्विक शांति के लिए सबसे गंभीर चुनौती

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की वार्षिक बैठक में शामिल हुए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा। कि हम एससीओ सदस्य देशों के साथ संयुक्त संस्थागत क्षमताओं को विकसित करना चाहते हैं, जो प्रत्येक देश की संवेदनशीलता का सम्मान करते हुए व्यक्तियों, समाजों और राष्ट्रों के बीच सहयोग की भावना पैदा करते हैं। भारत यूक्रेन और उसके आसपास मानवीय संकट के बारे में चिंतित है। हमने मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति (आईसीआरसी) के प्रयासों के लिए अपना समर्थन बढ़ाया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक है। भारत सभी प्रकार के आतंकवाद से लड़ने और इस क्षेत्र को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और स्थिर बनाने के अपने संकल्प को दोहराता है। आज ताशकंद में एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लिया। सदस्य देशों को एक साथ लड़ने और सभी रूपों में आतंकवाद को खत्म करने का आह्वान किया। यूक्रेन की स्थिति पर भारत की चिंता व्यक्त की। यूक्रेन की स्थिति को बातचीत से सुलझाना चाहिए। उज़्बेक रक्षा मंत्री के साथ बातचीत के बारे में सिंह ने कहा, ‘‘ताशकंद में उज्बेकिस्तान के रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल बखोदिर कुर्बानोव के साथ एक बेहतरीन बैठक हुई। अपनी बातचीत के दौरान, हमने भारत-उज्बेकिस्तान रक्षा संबंधों की समीक्षा की। हमारा सहयोग एक ठोस नींव पर आधारित है और यह आने वाले दशकों में बढ़ता रहेगा। बेलारूस के रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल विक्टर ख्रेनिन के साथ वार्ता में भी द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर भी जोर दिया गया। सिंह बुधवार को एससीओ सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की सालाना बैठक में भाग लेंगे।

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