टर्किश एयरलाइन के पूर्व चेयरमैन Ilker Ayci को मिली Air India की कमान, 1 अप्रैल से संभालेंगे अपना काम

एयर इंडिया (Air India)  में बदलाव की शुरुआत हो चुकी है. टाटा ग्रुप (Tata Group) ने सबसे पहले इसके कामकाज के तरीके को बदलने पर फोकस किया है. इस सिलसिले में टर्किश एयरलाइन के पूर्व चेयरमैन Ilker Ayci को एयर इंडिया का मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ बनाया गया है. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरण (N Chandrasekaran) की मौजूदगी में बोर्ड की अहम बैठक हुई, जिसमें यह फैसला लिया गया है. 51 साल के इलकर आयशी टर्की के बिजनेसमैन हैं. उन्हें साल 2015 में टर्किश एयरलाइन का चेयरमैन नियुक्त किया गया था. 26 जनवरी 2022 को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. अब उन्हें एयर इंडिया की कमान मिली है.

Ayci ने साल 1994 में बिल्केंट यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट ऑफ पॉलिटिकल साइंस एंड पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में अपनी पढ़ाई पूरी की. 1995 में उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ यूके में पढ़ाई पूरी की. 1997 में उन्होंने मरमारा यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल मास्टर प्रोग्राम को पूरा किया.

आयशी 1 अप्रैल 2022 से एयर इंडिया के कामकाज को देखेंगे. अपनी नियुक्ति के बाद इलकर आयशी ने कहा कि एयर इंडिया एक आइकॉनिक एयरलाइन है. एयर इंडिया के प्रमुख के रूप में टाटा ग्रुप के साथ जुड़कर मैं काफी सम्मानित महसूस कर रहा हूं. एयर इंडिया में अपने सहयोगियों और टाटा ग्रुप के नेतृत्व के साथ मिलकर काम करते हुए हम एयर इंडिया की मजबूत विरासत का उपयोग इसे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ एयरलाइन बनाएंगे.

एविएशन इंडस्ट्री में इलकर आयशी का है बड़ा नाम

उनकी नियुक्ति पर टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरण ने कहा कि एविएशन इंडस्ट्री में इलकर आयशी एक बहुत बड़ा नाम है. वे इस इंडस्ट्री के लीडर हैं. उनके नेतृत्व में टर्किश एयरलाइन ने शानदार सफलता हासिल की है. टाटा ग्रुप में हम उनका स्वागत करते हैं. उनके नेतृत्व में एयर इंडिया को एक नई पहचान मिलेगी और एक नए युग की शुरुआत होगी.

एयर इंडिया और एयर एशिया के बीच समझौता

यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए एयर इंडिया और एयर एशिया ने हाल ही में एक समझौता किया है. इस समझौते के तहत एयर इंडिया (Air India) की टिकट खरीदने वाले यात्री एयर एशिया (Air Asia) की फ्लाइट में उड़ान भर सकते हैं, ठीक इसी तरह एयर एशिया की टिकट खरीदने वाले लोग एयर इंडिया के हवाई जहाज में उड़ान भर सकेंगे. दोनों एयरलाइंस के बीच हुए इस अहम और बड़े समझौते से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी और सेवाओं में किसी तरह की कोई समस्या आने पर वे दूसरी एयरलाइन कंपनी (Airlines Company) की फ्लाइट में सफर कर सकेंगे.

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