छत्तीसगढ़ सरकार का दिवाली गिफ्ट, कुम्हारों से नहीं लिया जाएगा SALES TAX

रायपुरः दिवाली के मौके पर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कुम्हारों को सरकार ने तोहफा दिया है. सरकार ने प्रदेश के सभी कुम्हारों को दिवाली (Diwali) पर बेंचे जा रहे मिट्टी के दीयों पर से बिक्री कर से मुक्ति दे दी है. मतलब अब प्रदेशभर में मिट्टी के दिए बेचने वाले कुम्हारों से बिक्री कर नहीं वसूला जाएगा. सरकार के इस फैसले के बाद कुम्हारों में इसकी खुशी साफ देखी जा सकती है. इसके लिए सरकार ने सभी नगर निगम और नगर पालिकाओं को निर्देश भी जारी कर दिए हैं. छत्तीसगढ़ सरकार ने ठेले वालों से भी किसी तरह का टैक्स ना वसूलने के निर्देश जारी किए हैं. साथ ही ये भी निर्देश हैं कि इन लोगों को किसी भी तरह से परेशान ना किया जाए और ना ही बदनाम किया जाए. बता दें दिवाली के मौके पर प्रदेशभर के कुम्हार जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं, शहरों में आकर बाजारों में दीये बेंचते हैं. ऐसे में उनसे यहां ठेले लगाने और दीये और मिट्टी के अन्य बर्तन बेंचने का कर वसूला जाता है. कुम्हारों से यह टैक्स नगर निगम वसूलता है. ऐसे में अब प्रदेश सरकार के इस फैसले के बाद कुम्हारों से किसी तरह का टैक्स नहीं वसूला जा सकेगा.बता दें इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में दीपावली (Deepawali) के बाद होने वाले गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) को गौठान दिवस (Gauthan Diwas) के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी. जिसके तहत इस साल प्रदेश में गोवर्धन पूजा को गौठान दिवस के रूप में मनाया जाएगा. इस साल सरकार राज्य सरकार के कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा सुराजी गांव योजना के तहत गोवर्धन पूजा के दिन गौठान दिवस मनाए जाने के संबंध में प्रदेश के सभी कलेक्टरों और मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.

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