केंद्रीय गृह सचिव और वरिष्ठ अधिकारियों ने करतारपुर गलियारा परियोजना का लिया जायजा

डेरा बाबा नानक। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सोमवार को अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और पंजाब सरकार के प्रतिनिधियों के साथ यहां करतारपुर गलियारा परियोजना का जायजा लिया।  एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि बैठक में पंजाब के मंत्री सुखजिंदर रंधावा, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव सुरेश कुमार, पंजाब के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता और अन्य अधिकारी प्रदेश की तरफ से शामिल हुए।  विज्ञप्ति के मुताबिक, बीएसएफ के महानिदेशक विवेक जौहरी और भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष गोविंद मोहन भी बैठक के दौरान मौजूद थे।  करतारपुर साहिब रावी नदी के किनारे पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित है जो डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से चार किलोमीटर दूर है।

भारत और पाकिस्तान ने एक बड़ी पहल के तहत बीते साल नवंबर में करतारपुर गलियारा बनाने पर सहमति व्यक्त की थी। यह गलियारा करतारपुर में दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ेगा और यहां से भारतीय तीर्थयात्री बिना वीजा के वहां जा सकेंगे। हालांकि तीर्थयात्रियों को करतारपुर साहिब जाने के लिये अनुमति हासिल करनी होगी। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने 1522 में करतारपुर साहिब की स्थापना की थी।  गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर इस साल नवंबर में इस गलियारे को श्रद्धालुओं के लिये खोला जाना है।  बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों को करतारपुर गलियारे से संबंधित काम तय समयसीमा में पूरा करने का निर्देश दिया गया।

गलियारे के निर्माण में जुटी कंपनी शापूरजी पालोनजी के प्रतिनिधियों ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि सारे काम 31 अक्टूबर तक पूरे कर लिये जाएंगे।  सदस्यों ने भारत और पाकिस्तान के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर विकासपरक परियोजनाओं का भी निरीक्षण किया और बाद में उन्होंने एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) पर अधिकारियों के साथ बैठक कर वहां हो रहे काम की प्रगति का जायजा लिया।  बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नवंबर में इस गलियारे के उद्घाटन किये जाने को लेकर भी चर्चा हुई।  विज्ञप्ति में कहा गया कि अधिकारियों ने उस स्थान का भी दौरा किया जहां प्रधानमंत्री द्वारा भारत-पाक सीमा के निकट एक रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है। सहकारी मंत्री रंधावा ने कहा कि कि गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व को लेकर तैयारियां पूरे जोरों से चल रही हैं और ‘संगत’ के ठहरने के लिये तंबू का शहर बसाया गया है।

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